भोपाल : एक बार फिर शिवराज और कमलनाथ आमने सामने हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के वचन पत्र को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होने कहा है कि अब वो लगातार कमलनाथ से सवाल करेंगे और अब उनका सवाल पूछने का सिलसिला प्रारंभ होगा। वही इस बात पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, योजनाओं पर अमल करना है। उन्होने कहा कि अगर सीएम को लगता है कि कांग्रेस द्वारा की गई घोषणाओं जनहित की हैं तो उन्हें उसे लागू करना चाहिए।
सीएम ने किया सवाल
चुनावी साल है और बीजेपी कांग्रेस दोनों ही अपने अपने मोर्चे पर डटे हुए हैं। अब खुद मुख्यमंत्री ने कहा है कि वो पूर्व मुख्यमंत्री से सवालों का सिलसिला शुरू करेंगे। शिवराज ने कांग्रेस के वचन पत्र को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कहा है कि ‘मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस ने फिर से झूठे वादे करना प्रारंभ कर दिया है। उनके वचनपत्र में जो उन्होंने वचन दिए थे, अब मैं उसे लेकर लगातार कमलनाथ जी से पूछूंगा वो एक भी पूरे नहीं किये। आज मैं एक वचन आपको बताता हूं..इन्होंने कहा था गेंहू चना सरसो चावल सहित कई फसलों पर पर बोनस देंगे।
सवा साल में एक को भी बोनस दिया क्या… कमलनाथ जी। आखिर झूठ की भी हद होती है।”
कांग्रेस का पलटवार
वहीं कांग्रेस ने इसे लेकर पलटवार करते हुए कहा है कि शायद ये प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में ये पहला मौका है कि 19 साल के मुख्यमंत्री महज 15 महीने मुख्यमंत्री से सवाल कर रहे हैं। साल 2018 में कमलनाथ ने चालीस दिनों तक आपसे रोज एक सवाल किया था, पहले उन सवालों से जवाब दे दीजिए। इस मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘सुना है शिवराज जी मुझसे सवाल कर रहे हैं कि हमने किन वादों पर अमल किया और किन पर नहीं कर पाए। ऐसे सवाल कोई अस्थिर मति का व्यक्ति ही कर सकता है। मुख्यमंत्री का काम सवाल पूछना नहीं, जनहित की योजनाओं पर अमल करना है। अगर हमारी घोषणा जनहित की है तो आप इसे लागू करें।’