भोपाल : जिले में जमीनों के नामांतरण, सीमांकन और बंटवारे करने के लिए एक माह की समय सीमा तय की गई है, लेकिन इसका पालन भोपाल में नाम मात्र के लिए नहीं हो रहा है। तहसील में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। न तो बटवारों के प्रकरणों का निराकरण हो रहा है और न ही सीमांकन का। यहां अधिकारी-कर्मचारी निर्वाचन कार्य का हवाला देकर प्रकरण टाल रहे हैं। वर्तमान में जिले में लगभग 1000 से अधिक प्रकरण राजस्व संबंधी कामकाज के लंबित हो गए हैं। बताया जा रहा है कि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में यह आंकड़ा 2000 को भी पार जाएगा।
हुजूर के हाल बेहाल
सबसे अधिक हुजूर और वैरसिया तहसील में 500 से अधिक प्रकरण लंबित हैं। आवेदक सुबह से शाम तक काम के लिए भटकते रहते है। वहीं, एमपी नगर नजूल वृत्त में यह संख्या एक दर्जन से अधिक है। कोलार तहसील में भी 100 से अधिक प्रकरण लंबित है।
बढ़ रही हैं तारीखें
चुनाव के चलते तहसीलों में प्रकरणों में बार-बार डेट बढ़ाई जा रही है। ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। नियमानुसार तहसील में एक माह के अंदर डेट देकर सीमांकन करना है। लेकिन आरआई, पटवारी के बहानों में उलझ कर रह गए है।