भोपाल : बारिश के बाद एक बार फिर से मध्य प्रदेश में मौसम में सुधार हो रहा है। हालांकि कोहरा कम होने के साथ ही ठंडी हवाओं का प्रचलन तेज हो गया। ठंडी हवा के कारण एक बार फिर से तापमान में गिरावट देखी जा रही है। अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में 2 फीसद का रिकॉर्ड गिरावट देखने को मिली है। इसके साथ ही आंसर गिरावट का दौर जारी रहेगा। हालांकि 8 फरवरी तक मध्य प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। वही सर्द हवा की वजह से महसूस होगी।
कई जिलों में तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया। वहीं कड़ाके की ठंड का असर भी जारी रहा है। मौसम विभाग द्वारा कई जिलों में बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। फिलहाल बारिश का दौर जारी रहेगा 2 से 3 दिनों तक क्षेत्रों में बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है। ग्वालियर चंबल संभाग के अलावा रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, देवास और नीमच जिले में भी हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के आसार जताए गए हैं। हालांकि विजिबिलिटी कम रहेगी लेकिन कोहरे की तीव्रता से इनकार किया गया है। कुछ क्षेत्रों में घना कोहरा रहेगा। जिससे मौसम प्रभावित होगा।।
मौसम विभाग की माने तो बारिश के बाद कोहरे का असर बढ़ गया। चंबल संभाग के सभी जिले सहित ग्वालियर और जातियां में भी घना कोहरा छाया रहेगा। बालाघाट छतरपुर, टीकमगढ़ में भी मध्यम कोहरे के कारण विजिबिलिटी काफी कम आंकी गई है। एक बार फिर से इन क्षेत्रों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।
इन क्षेत्रों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग द्वारा ग्वालियर चंबल और बुंदेलखंड सहित विभिन्न देखिए अंचलों में ठंड का प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा ग्वालियर, पचमढ़ी, नौगांव, मालवा में भी बारिश के आसार जताए गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो 5 डिग्री तक तापमान गिरने के आसार है। जिले में सबसे कम तापमान राजगढ़ का रिकॉर्ड किया गया। 2 डिग्री पचमढ़ी को सबसे ठंडा रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि मौसम साफ होने में अभी 2 से 3 दिन का समय लगेगा।
न्यूनतम तापमान में वृद्धि
उमरिया में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रायसेन में पांच जबकि राजगढ़ में 5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। जबलपुर में आज तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है मैदानी क्षेत्रों में उत्तर भारत पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखा था। हालांकि हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है लेकिन एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। जिसके कारण एक तरफ जहां पर्वतीय राज्य में बारिश देखने को मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। राजस्थान में भी मौसम ठंडा बना हुआ है। जिसका प्रभाव मध्यप्रदेश पर पड़ रहा है।
कई जिलों में शीतलहर की चेतावनी
उत्तर भारत की तरफ से अरे सर्द हवाओं के कारण प्रदेश के कई संभागों में शीत लहर का पूर्वानुमान जारी किया। मध्यप्रदेश के रात के तापमान में भारी गिरावट देखी गई है। वहीं तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा। तापमान गिरकर 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत के पहाड़ों पर काफी बर्फबारी हुई है। जिससे हवा का रुख उत्तरी हो गया है। गुरुवार को एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करने वाला है। हालांकि सक्रिय मौसम प्रणाली के कमजोर होने के कारण मध्यप्रदेश पर इसके आसार नजर आ रहे हैं।
फरवरी का पहला दिन 13 साल में सबसे ठंडा रिकॉर्ड
इधर फरवरी का पहला दिन 13 साल में सबसे ठंडा रिकॉर्ड किया गया है। भोपाल में रात के तापमान में 1.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट रिकॉर्ड की गई है जबकि इंदौर में भी दिन के तापमान को कोल्ड डे के करीब आ गया है। ग्वालियर चंबल में बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है जबकि श्योपुर में भी सामान्य से कम तापमान रिकॉर्ड किया गया है। ग्वालियर संभाग में हल्की बारिश जबकि चंबल संभाग में मध्यम स्तर की बारिश की संभावना जताई गई है।