भोपाल : बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का आज निधन हो गया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने सुबह 5 बजे अपनी अंतिम सांस ली। दरअसल प्रभात झा काफी समय से अस्वस्थ थे और लगभग 26 दिन पहले भोपाल के एक निजी अस्पताल से एयरलिफ्ट कर गुरुग्राम लाया गया था। वहीं उनके बेटे अयत्न ने उनके निधन की पुष्टि की है। अंतिम संस्कार ग्वालियर या उनके पैतृक गांव कोरियाही, सीतामढ़ी (बिहार) में किए जाने की जानकारी सामने आई है।
लंबे संघर्ष के बाद अनंत यात्रा पर प्रभात झा
दरअसल प्रभात झा, जो कि बीजेपी के कई अहम पदों पर रह चुके थे, उन्होंने पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत की थी। उनके निधन से पार्टी और उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रभात झा ने अपने राजनीतिक जीवन में अनेक महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद पर भी रहे। वे अपनी सादगी और कार्यकुशलता के लिए जाने जाते थे।
प्रभात झा का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
जानकारी के अनुसार प्रभात झा का जन्म 4 जून 1957 को बिहार के दरभंगा जिले के हरिहरपुर गांव में हुआ था। हालांकि बाद में, वे अपने परिवार के साथ मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आ बसे, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से बीएससी, माधव कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए, और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की।
परिवार और व्यक्तिगत जीवन
दरअसल प्रभात झा की शादी रंजना झा से हुई थी और उनके दो बेटे भी हैं, जिनमें से एक का नाम तुष्मुल झा है। उन्होंने अपने पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाए रखते हुए राजनीति और समाजसेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
प्रभात झा ने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की और फिर राजनीति में प्रवेश किया। वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे, जिनमें मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य शामिल हैं। वे बीजेपी के मुखपत्र ‘कमल संदेश’ के संपादक भी रहे और उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं। उनके बेटे अयत्न ने बताया कि अंतिम संस्कार ग्वालियर या उनके पैतृक गांव कोरियाही, सीतामढ़ी (बिहार) में होगा।
उनकी शिक्षा, पत्रकारिता और राजनीतिक करियर की उपलब्धियों के अलावा, प्रभात झा सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहे। वे राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय समाचार पत्रों में स्तंभकार रहे और अर्चना प्रकाशन एवं डॉ. एस.पी. मुखर्जी ट्रस्ट से जुड़े रहे। खेल और लेखन में भी उनकी रुचि रही।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी श्रद्धांजलि
वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि “भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, वरिष्ठ नेता आदरणीय श्री प्रभात झा जी के निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ। बाबा महाकाल दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों को इस भीषण वज्रपात को सहने की शक्ति दें।” इसके साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया और कहा कि प्रभात झा का निधन राजनैतिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।