MP : BJP को झटका, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अजय यादव ने दिया इस्तीफा, पार्टी पर लगाये गंभीर आरोप, 20 अक्टूबर को कांग्रेस में होंगे शामिल…

अशोक नगर : आज से ठीक एक महीने बाद इसी दिन यानि 17 नवंबर को मप्र में 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा, उससे पहले ग्वालियर चंबल अंचल से भाजपा को झटका लगा है, अशोकनगर क्षेत्र में भाजपा के कद्दावर नेता रहे स्व.राव देशराज सिंह यादव की पत्नी श्रीमती बाई साहब यादव एवं पुत्र अजय यादव (राव अजय प्रताप सिंह यादव) ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया। वे 20 अक्टूबर को कांग्रेस में शामिल होंगे। अजय यादव मप्र पिछड़ा वर्ग तथा अल्प, वित्त एवं विकास निगम के उपाध्यक्ष थे और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था। यहाँ बता दें कि अजय का परिवार चार दशक से भाजपा में है लेकिन कुछ समय पहले उनके बड़े भाई यादवेन्द्र सिंह ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए भाजपा छोड़ी थी, कांग्रेस ने यादवेन्द्र को मुंगावली विधानसभा से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। बड़े भाई ने छोटे भाई और मां के फैसले का स्वागत किया है।

इस्तीफा देने के बाद अजय यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका परिवार चार दशक से भारतीय जनता पार्टी की सेवा करता रहा है। मगर अब यह पार्टी पहले जैसी नहीं रही। इस पार्टी में कुछ ऐसे लोग आ गए हैं,जिनके रहते यहां जन सेवा करना और रह पाना संभव नहीं लगता। इसलिए दुखी मन से पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि  वे 20 अक्टूबर को कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं।

भाजपा पर लगाये उपेक्षा के आरोप, मांगा था सिरोंज से टिकट 

इस्तीफे की एक और वजह बताते हुए अजय यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासनकाल में भ्रष्टाचार बढ़ चुका है।  राज्यमंत्री होने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती थी। उनके कार्यकर्ताओं के काम नहीं हो पा रहे थे। अधिकारी कर्मचारी उनकी सुन नहीं रहे थे। अपने भाई को कांग्रेस से टिकट मिल जाने के कारण भाजपा छोड़ने के सवाल का खंडन करते हुये उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने का यह कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि वह सिरोंज से भाजपा का टिकट मांग रहे थे। मगर वह भी उन्हें नहीं मिला।

सिर्फ नाम दरोगा थे भाजपा में : यादवेन्द्र सिंह यादव 

चार माह पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुके अजय यादव के बड़े भाई एवं मुंगावली से कांग्रेस के उम्मीदवार यादवेंद्र सिंह यादव ने अजय एवं मां द्वारा भाजपा से दिए गए इस्तीफे का स्वागत किया, उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत फैसला है, जो पहले ही हो जाना चाहिए था। उनका कहना है कि भाजपा ने अजय को भले ही राज्य मंत्री का दर्जा दिया था, मगर यह काम सिर्फ नाम दरोगा भर का रहा है। उनकी भाजपा में उपेक्षा हो रही थी। इसके साथ ही कोई काम भी नहीं किये जा रहे थे। पार्टी के कार्यक्रमों में भी उनको नहीं बुलाया जा रहा था। यादवेन्द्र सिंह ने कहा कि उनके पिताजी ने इस जिले में पार्टी को खड़ा किया मगर भाजपा ने सदैव उनकी उपेक्षा की है। बीते 4 वर्ष से राव देशराज सिंह की मूर्ति स्थापित होने के लिए तैयार है। मगर आज तक भाजपा उनकी मूर्ति स्थापित नहीं कर पाई। उन्होंने भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर कई गंभीर आरोप लगाये।

राव परिवार का राजनैतिक रसूख

आपको बता दें कि जिस राव परिवार के दो सदस्यों ने आज भाजपा से इस्तीफा दिया है, उसके मुखिया रहे स्वर्गीय राव देशराज सिंह यादव बीजेपी के बड़े एवं बाहुबली नेता माने जाते थे। भाजपा ने उन्हें मुंगावली से छह बार टिकट दिया था जिसमें से तीन बार वह विधायक बने थे। इसके अलावा दो बार उन्हें लोकसभा का भी टिकट दिया गया था। देशराज सिंह यादव ने अपने जीते जी अपनी पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष, बड़े बेटे को जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं छोटे बेटे अजय को मंडी अध्यक्ष बनवाया था। इस परिवार का बड़ा राजनीतिक रसूख रहा है। वर्तमान में जिला पंचायत में तीन सदस्य परिवार के हैं। अजय यादव वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम में उपाध्यक्ष होकर राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त किए हुए हैं। 2018 के उपचुनाव में भाजपा ने वाई साहब यादव को अपना उम्मीदवार मुंगावली से बनाया था। आज इस परिवार के सदस्य एक-एक करके भाजपा छोड़ चुके हैं।

जिले की तीनो सीटों पर होगा असर

भाजपा के पूर्व विधायक स्व. राव देशराज सिंह यादव का अशोकनगर जिले की राजनीति में खासा दखल था। इलाके में उनकी राजनीतिक पकड़ का असर यह था कि विधानसभा के अलावा पंचायत के चुनाव में उनके परिवार के सदस्य हमेशा जिला पंचायत एवं दूसरे निकायों में जीतते रहे हैं। देशराज सिंह यादव निर्विवाद रूप से यादव समाज के बड़े नेता रहे है। जिले की मुंगावली विधानसभा में यादव समाज बहुतायत की संख्या में है। अजय एवं वाई साहब के भाजपा छोड़ने से इसका सीधा असर पड़ेगा और कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। न केवल मुंगावली बल्कि चंदेरी एवं अशोकनगर विधानसभा में भी यादव समाज का वोट बैंक है। जिस पर राव परिवार का अपना दखल है। ऐसे में पूरे राव परिवार का कांग्रेस में शामिल हो जाने के कारण भाजपा के लिए यह चिंता का विषय होगा ।

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