इंदौर : पटवारी परीक्षा में हुई अनियमितता को लेकर आज इंदौर कलेक्टर कार्यालय के बाहर करीब 5 हजार से ज्यादा छात्र छात्राओं द्वारा प्रदर्शन किया गया। इतना ही नहीं इसमें 10 कोचिंग संस्थान के संचालक भी शामिल रहे। जानकारी के मुताबिक पटवारी भर्ती घोटाले को लेकर सभी कलेक्टर कार्यालय में छात्र छात्राएं ज्ञापन देने पहुंचें थे। उनकी भीड़ को देख के अधिकारी भी दंग रह गए। सभी ने इस मामले को शांत करवाने की खूब कोशिश की लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी जिसके बाद एडीएम राजेश राठौर ने भी सभी को शांत करवाने की कोशिश की। लेकिन वह भी नाकाम रहे जिसके बाद छात्रों के प्रतिनिधियों को कलेक्टर परिसर के अंदर बुला कर चर्चा की गई। लेकिन किसी भी छात्र ने एक भी बात नहीं सुनी।
आपको बता दे, बिना किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थन के हजारों की तादाद छात्र कलेक्टर के बाहर जमा हुआ। जिसे पुलिस भी काबू नहीं कर पाई। मध्यप्रदेश की पटवारी परीक्षा ग्रुप 2 और 4 में घोटाले को लेकर ये प्रदर्शन किया जा रहा है। ये मामला अब मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ गया है। जिसके बाद उनके आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
क्या है मामला
सभी छात्रों का कहना है कि इस बार पटवारी परीक्षा का पेपर बहुत टफ आया था। अन्य परीक्षा केन्द्र के अभ्यर्थी जहां 140 नंबर तक नहीं ला पाए लेकिन ग्वालियर के NRI केंद्र के अभ्यर्थियों ने 188 अंक तक हासिल किए। ग्वालियर के कॉलेज के छात्रों का चयन होना संशय पैदा कर रहा है। इस मामले को लेकर अभ्यर्थियों ने सरकार से जांच की मांग की है। वहीं कांग्रेस ने भी सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर किया पलटवार
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सुबह हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पर्ची पर नौकरी देने वाले आधुनिकतम परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। पार्टी का ही एक पदाधिकारी इस परीक्षा में फेल हो गया। जिसके बाद उसे मोहरा बनाकर कांग्रेस नेता झूठ फैला रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ग्वालियर के एक ही सेंटर से सात लोग मेरिट में आये जबकि सत्य यह है कि इन सातों ने एक शिफ्ट में परीक्षा ही नही दी। सीसीटीवी कैमरे भी परीक्षार्थी की हर गतिविधियों पर नजर रखते है। आप लिखित रिकार्ड में मांगे जबानी जमा खर्च से काम नही चलेगा। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कई बातों को निराधार बताया है। उन्होंने यह भी कहा है कि यह कांग्रेस का षड्यंत्र है और कांग्रेस द्वारा फैलाई गई कई बातों का उन्होंने खंडन भी किया है।
पटवारी चयन परीक्षा पर फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी के सही तथ्य
प्रश्न : 10 टॉपर्स में से 7 ग्वालियर के NRI कॉलेज के हैं।
सत्य : यह सही है कि 7 टॉपर्स में 6 बेटियां और 1 बेटा NRI कॉलेज सेंटर से हैं लेकिन सभी ने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी है। किसी ने एक साथ एक ही शिफ्ट में परीक्षा नहीं दी।
प्रश्न : NRI कॉलेज के सेंटर से 1000 परीक्षार्थी मेरिट में हैं।
सत्य : सत्यता यह है कि NRI कॉलेज सेंटर से 114 परीक्षार्थी मेरिट में हैं। NRI कॉलेज सेंटर से कुल 1.5 प्रतिशत चयन हुए जबकि कई सेंटर ऐसे भी हैं जहां 3 प्रतिशत तक मेरिट में हैं।
प्रश्न : अंग्रेजी में 25 में से 25 अंक आए हैं।
सत्य : सत्य यह है कि किसी भी परीक्षार्थी को 25 अंक नहीं प्राप्त हुए हैं। 13 से लेकर 22 नंबर तक प्राप्त किए हैं।