भोपाल : मध्य प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए खुशखबरी है। राज्य की शिवराज सरकार ने मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना का शुभारंभ कर दिया है। इसके तहत अबतक 8 लाख 69 हजार 673 युवाओं ने पंजीयन कराया है, जिन्हें ट्रेनिंग के साथ 10 हजार तक मानदेय दिया जाएगा।
MMSKY योजना का बढ़ेगा दायरा- सीएम शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि योजना का दायरा बढ़ाया जायेगा। अब व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में भी काम सिखाने की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू करके मध्यप्रदेश ने एक और नया इतिहास रचा है। प्रदेश में अब तक 60 हजार युवाओं को नौकरी दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश को परिवार मानकर काम कर रहे हैं। बच्चों के सपनों को मरने नहीं देंगे। उन्हें हर हाल में पूरा करेंगे। संभागीय आईटीआई को आदर्श आईटीआई बनाया गया है। चौबीस नये आईटीआई खोले गए हैं।प्रदेश में रोजगार के नए तरीके खोजे जा रहे हैं।
8 से 10 हजार रूपये मिलेगा स्टाइपेंड
सीएम ने कहा कि विदयार्थियों को उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण मिलेगा। नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रक्रिया के माध्यम से प्रशिक्षण मिलेगा। व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड मिलेगा और मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड द्वारा स्टेट कौंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण पत्र मिलेगा। स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप नीति 2022 लागू की गई है। आज प्रदेश में 3 हजार 500 से ज्यादा स्टार्ट-अप्स और 80 से अधिक इन्क्यूबेटर्स कार्यरत हैं। युवाओं को काम सिखाने के बदले 8 से 10 हजार रूपये स्टाइपेंड के रूप में दिये जायेंगे। काम सीखने के बाद वे खुद का स्वरोजगार शुरू कर सकते हैं। साथ ही उद्योगों में परमानेंट जॉब भी मिल सकेगा। युवा अपने पैरों पर खड़े होकर दिखाने का संकल्प लेकर चलें।
जारी रहेगी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, अबतक 16 हजार से ज्यादा कंपनियां रजिस्टर्ड
सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में जून से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था। यह क्रम लगातार जारी रहेगा। अब तक 16 हजार 744 कंपनियाँ पंजीकृत हो चुकी हैं। जिनको 12वीं के बाद रोजगार चाहिए वे अपना योजना में पंजीयन करा सकते हैं। युवा जहां भी काम सीख सकते हैं वहां काम सीखें। अपनी जिन्दगी को बेहतर बनायें। पूरे प्रदेश में कौशल संवर्धन का कार्य चल रहा है। भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं। प्रदेश में स्टार्टअप नीति बनाई गई है। हर दिशा में कार्य जारी है। हर महीने 3 लाख बेटा-बेटियों को स्व-रोजगार से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना अनूठा प्रयोग होगा, जिसे आज नहीं तो कल पूरा देश स्वीकार करेगा।
मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना पर अपडेट
- प्रशिक्षण कंपनियों का पंजीयन 7 जून 2023 से हुआ प्रारंभ।अब तक 16 हज़ार 744 कंपनियां पंजीकृत
- अब तक 70 हजार 386 पद हुए प्रकाशित
- युवाओं का रजिस्ट्रेशन 4 जुलाई 2023 से हुआ प्रारंभ ।अब तक 8 लाख 71 हज़ार 330 युवा पंजीकृत
- अब तक 15 हजार 92 अनुबंध निर्मित
- 46 क्षेत्रों के 700 से अधिक पाठ्यक्रमों में मिलेगा प्रशिक्षण।
युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
- सीखो कमाओ ‘लर्न एंड अर्न’ कार्यक्रम है, जिसमें युवाओं को जॉब ओरिएंटेड स्किल ट्रेनिंग मिलेगी।
- छात्रों को कार्यक्षेत्र में रहकर अनुभव प्राप्त करने और अपने कौशल विकसित करने का अवसर मिलेगा।
- प्रशिक्षण के साथ ही प्रतिमाह स्टाइपेण्ड भी मिलेगा ताकि वे प्रशिक्षण के दौरान अपने खर्च उठा सकें –
- 12वीं उत्तीर्ण को रु . 8000,
- आईटीआई उत्तीर्ण को रु . 8500,
- डिप्लोमा उत्तीर्ण को रु . 9000
- स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शैक्षणिक योग्यता को रु . 10000
- ट्रेनिंग की फीस जुटाने के लिए उन्हें अपने माता-पिता पर बोझ नहीं डालना होगा।
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद छात्रों को नौकरी पाने में आसानी होगी, क्योंकि उनके पास पहले से ही नौकरी के लिए आवश्यक कौशल और अनुभव होगा।
- एक छात्र-अभ्यर्थी पर प्रतिमाह 75% स्टाइपेण्ड की बचत होगी।
- एक छात्र-अभ्यर्थी पर प्रतिमाह अधिकतम रु. 9,000/- तक की बचत होगी।
- छात्र-अभ्यर्थी पर एपीएफ, बोनस एवं इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट एक्ट नहीं होगा लागू।
अभ्यर्थियों को मिलने वाले लाभ
- उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण।
- नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रक्रिया के माध्यम से प्रशिक्षण।
- व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड।
- मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा स्टेट कौंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग (SCVT) का प्रमाणन।
- नियमित रोज़गार प्राप्त करने की योग्यता अर्जित करना।
- इस योजना के माध्यम से उद्योगों को अपनी जरूरत के अनुसार युवाओं का कौशल संवर्धन करने का अवसर मिलेगा।
- प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण प्रदाता प्रतिष्ठान छात्रों की परख करके, तथा प्रशिक्षण के बाद इन छात्रों को अपने संस्थान में नौकरी दे सकेंगे।
- इस प्रकार उद्योगों को कुशल और अनुभवी कर्मचारियों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
- उद्योगों को कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की लागत कम होगी, क्योंकि छात्रों को पहले से ही कुछ कौशल और अनुभव प्राप्त होगा।
योजना के लिए आयु-पात्रता
- प्रदेश में युवाओं को कौशल विकास के साथ ही ‘लर्न एंड अर्न’ की तर्ज पर “ऑन जॉब ट्रेनिंग” की सुविधा के लिये शुरू की गई ‘मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ’ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु के मध्यप्रदेश के मूल निवासी युवाओं को, जिन्होंने 12वीं/आईटीआई या उससे उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त की हो, को उद्योग उन्मुख प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इस योजना में वह युवा आवेदन दे सकते हैं जो मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी हों। युवा के पास शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई या फिर कोई और डिग्री होनी चाहिए।जो भी युवा इस योजना में सिलेक्ट होते हैं उन्हें स्कॉलरशिप मिलती है।
- समग्र पोर्टल पर आधार E-Kyc जरूरी है।रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और Email होना जरूरी है। बैंक खाता आधार से लिंक हो और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) इनेबल्ड हो।
MMSKY में इस तरह होगा चयन
- इन आवेदनों में से कंपनियां योग्यता के आधार पर आवेदकों का चयन करेंगी और फिर उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। इनमें से चयनित आवेदन को कंपनी में बुलाया जाएगा और फिर योग्यतानुसार काम और स्टायपेंड दिया जाएगा।
- युवाओं को अलग-अलग सेक्टर्स में ट्रेनिंग देकर उन्हे रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा, ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को उनकी योग्यता के हिसाब से 8000 से 10000 रुपए तक का स्टाइपेंड दिया जाएगा।
- इस योजना में 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी और 25 प्रतिशत राशि कंपनी द्वारा दी जाएगी। इसमें ट्रेनिंग 1 साल की होगी, लेकिन कुछ कोर्सेज के लिए ट्रेनिंग पीरियड 6 से 9 महीने रखा गया है।
कैसे करें आवेदन?
- आवेदक MMSKY पोर्टल पर पंजीयन पर क्लिक करें।यदि आप पात्र हैं तो अपना समग्र आईडी दर्ज करें।
- समग्र आईडी में पंजीकृत मोबाइल नं. पर भेजा गया OTP दर्ज करें।OTP दर्ज करने के बाद आपकी जानकारी स्वत: प्रदर्शित होगी।
- एप्लीकेशन सबमिट करने पर आपको SMS से यूजरनेम और पासवर्ड मिलेगा।लाॉग इन कर शैक्षणिक योग्यता और संबंधित दस्तावेज संलग्न करे।
- शैक्षणिक योग्यता के अनुसार कोर्स प्रदर्शित होंगे उनमे से आप कोई कोर्स को चुन सकते है, जहां ट्रेनिंग करना चाहते हैं उस स्थान का चयन करें।