भोपाल : नया सिस्टम के एक्टिव ना होने से एक बार फिर मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव आ गया है। मानसून पर ब्रेक लगने के चलते 5-6 सितंबर तक तेज बारिश होने के आसार कम है, हालांकि लोकल सिस्टम के चलते बादल छाने के साथ कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी होती रहेगी। बता दे कि अब तक प्रदेश में सामान्य से 8% बारिश कम हुई है।अबतक औसत 26 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि अब तक 28.30 इंच बारिश होनी चाहिए थी।
आज इन जिलों में बारिश बिजली के आसार
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने का अनुमान है। भोपाल, इंदौर,जबलपुर मेंभी आज शुक्रवार को बूंदाबांदी हो सकती है। वही अन्य जिलों में 5 से 6 सितंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। एक-दो दिन में ट्रफ लाइन हिमालय की तरफ शिफ्ट हो जाएगी, जिसके प्रभाव से मध्य भारत के मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मानसून ब्रेक जैसी स्थिति रहेगी।नए सिस्टम के बनने से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
जानिए क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती हवाओं का घेरा 3.1 किलोमीटर से 7.1 किलोमीटर बना हुआ है। इसका झुकाव दक्षिण दिशा की ओर बना हुआ है।वहीं एक मानसून द्रोणिका फिरोजपुर, करनाल, मेरठ आजमगढ़, पटना देवगढ़ की ओर जा रही है। इसके असर से इंदौर में पूरे सप्ताह हल्की बूंदाबांदी हाेने की संभावना है। 24 घंटे के दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में स्थानीय प्रभाव से कहीं-कहीं छुटपुट बारिश की संभावना है। लेकिन
अगस्त अंत तक बंगाल की खाड़ी में एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होगा, जिसके इसके प्रभाव से आगामी 31 अगस्त से दो सितम्बर के दौरान संभाग में इसी प्रकार हल्की बारिश हो सकती है। 24 घंटे जबलपुर और इसके आसपास के जिलों में गरज चमक के साथ बारिश होगी, लेकिन 27 अगस्त से मानसूनी गतिविधियां और कमजोर पड़ जाएंगी।आज शुक्रवार को रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में छिटपुट बारिश होने की संभावना है। शेष संभागों के जिलों में बादल बने रहेंगे।