भोपाल : मध्य प्रदेश के चित्रकूट में इन दोनों 7 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय श्रीरामलीला महोत्सव चित्रकूट का आयोजन किया जा रहा है। जिसे अब 2 दिन बीत चुके हैं और इसका समापन 26 अक्टूबर को किया जाएगा। बता दें कि राघव प्रयाग घाट पर रामायण के मंचन से शहर में अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस-प्रशासन भी तैनात है, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना घटे। कार्यक्रम में पूरे प्रदेश के लोग पहुंच रहे हैं।
बीते 2 दिनों की बात करें तो कलाकारों द्वारा ताड़का वध, अहिल्या उद्धार, वाटिका प्रसंग, धनुष यज्ञ, रावण बाणासुर संवाद, लक्ष्मण परशुराम संवाद का मंचन किया गया। उत्सव की खास बात यह है कि कार्यक्रम में इंडोनेशिया से पहुंचे कलाकार प्रस्तुति दे रहे हैं।
इंडोनेशिया के कलाकारों ने दिखाया हुनर
मध्य प्रदेश सरकार संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित इस उत्सव में इंडोनेशिया के कलाकारों ने रामायण बैले “हनुमान दूत के रूप में” कथा को प्रस्तुत किया है। जिसमें 9 कलाकारों ने हिस्सा लिया। जिसका निर्देशन चोकोरदा ने किया है। यह प्रस्तुति लगभग 45 मिनट की रही। वहीं, निर्देशक ने अपने बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह बाली हिंदी यूनिवर्सिटी में लेक्चरर हैं। कथा को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इसकी शुरुआत साल 1960 में हाई स्कूल आफ आर्ट बाली से हुई थी, जो कि एक प्रकार की नृत्य शैली है, जिसे इंडोनेशिया के कई स्थानों पर किया जाता है। इसमें पूरी रामायण की कथा को दर्शाने का प्रयास किया गया है।
जानें शेड्यूल
22 अक्टूबर | श्रीराम बारात, श्री राम राज्य की घोषणा, कैकेयी-मंथरा संवाद, दशरथ-कैकेयी संवाद, श्री राम वनगमन |
23 अक्टूबर | श्री राम-निषादराज मिलन, केवट प्रसंग, दशरथ देवलोक गमन, भरत-कैकेयी संवाद |
24 अक्टूबर | मिलाप, सीता हरण, जटायु मरण, शबरी प्रसंग |
25 अक्टूबर | श्री राम-हनुमान मिलन, श्रीराम सुग्रीव मैत्री, बाली वध, हनुमान-रावण संवाद, लंका दहन, उत्सव का समापन |
26 अक्टूबर | सेतुबंध, रामेश्वरम स्थापना, रावण-अंगद संवाद, कुंभकरण, मेघनाथ एवं रावण मरण, श्री राम राज्याभिषेक प्रसंगों को मंचित |