भोपाल : क्या उमा भारती मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं ? ये सवाल लगातार ही उछलता रहा है, खासकर तब जबकि बीजेपी की दूसरी सूची में कई दिग्गजों के नाम शामिल किए गए हैं। लेकिन इस मुद्दे पर अब खुद उमा भारती ने चुप्पी तोड़ी है और साफ कर दिया है कि कोई भी उनसे विधानसभा या लोकसभा चुनाव के बारे में प्रश्न या चर्चा न करें।
क्या चुनाव लड़ेंगीं उमा भारती!
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी तीन लिस्ट जारी कर दी है। पहली और दूसरी लिस्ट में 39-39 उम्मीदवार और तीसरी लिस्ट सिंगल नाम के साथ जारी होने के बाद अब तक कुल 79 उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है। उसकी दूसरी लिस्ट में तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित 7 सांसदों के नाम शामिल हैं वही राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी टिकट दिया गया है। इस बीच लगातार सियासी गलियारों में बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती के नाम पर लगातार अटकलों का दौर जारी रहा। क्या वे इस बार चुनाव लड़ेंगीं, ये सवाल बार बार उठता रहा है।
ट्वीट कर कही ये बात
लेकिन अब उमा भारती ने खुद इस बारे में ट्वीट कर अपने मन की बात बताई है। उन्होने कहा है कि ‘हमारी पार्टी ने मध्य प्रदेश में कुछ केंद्रीय मंत्रियों एवं सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा है, इस निर्णय का अभिनंदन। यह सभी नाम अपने-अपने क्षेत्र में ऐसी लहरें पैदा करेंगे जिससे पूरा प्रदेश विधानसभा चुनाव में लाभान्वित होगा। मध्य प्रदेश का बहुत ही प्रतिष्ठित समाचार पत्र सद्भावना से ही यह लिखता है कि मैं मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लडूंगी। इससे मुझे बहुत दिक्कत एवं शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है क्योंकि यह सच नहीं है। मैं इस ट्वीट के माध्यम से ही अपने सभी आत्मीयजनों इसमें टेली मीडिया एवं प्रिंट मीडिया दोनों के भाई बहन भी शामिल हैं के संपादकों से आग्रह करती हैं कि आपके संवाददाता मेरे विधानसभा या लोकसभा चुनाव के बारे में चर्चा ना करें, प्रश्न ना करें। मैं एक साधारण मनुष्य हूं, मेरी आप सबसे यही प्रार्थना है कि मुझे आशीर्वाद दीजिए कि मैं जिन सिद्धांतों पर आस्था रखती हूं उन पर विजय प्राप्त करूं। मैं पिछले साल बद्री-केदार एवं हिमालय नहीं गई थी क्योंकि यहां शराबबंदी की मुहिम में शामिल थी इस साल मैं कुछ समय के लिए कार्तिक मास में हिमालय एवं बद्री केदार जाने के लिए व्याकुल हूं। बस इतनी सी बात है। महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण के लिए बहुत से राजनीतिक दल एवं समाज सेवी संगठन प्रयासरत हैं, मेरी भी इस विषय पर आस्था है जो राजनीति से परे है।’
इस तरह के सवाल न करने का आग्रह
इस तरह उन्होने एक समाचार पत्र का हवाला देते हुए कहा कि उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की बात सच नहीं है और आगे से पत्रकार उनसे विधानसभा या लोकसभा चुनाव लड़ने संबंधी प्रश्न न करें। उन्होने कहा कि मैं एक साधारण मनुष्य हूं, मेरी आप सबसे यही प्रार्थना है कि मुझे आशीर्वाद दीजिए कि मैं जिन सिद्धांतों पर आस्था रखती हूं उन पर विजय प्राप्त करूं। इसी के साथ उन्होने ये भी लिखा है कि वे कार्तिक मास में हिमालय एवं बद्री केदार जाना चाहती है…जिससे ये संकेत मिल रहा है कि संभवत: वो चुनाव प्रचार में भी शामिल नहीं होंगी। वहीं एक बार फिर उन्होने महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण की बात छेड़ते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर उनका विचार राजनीति से परे हैं और वो उसपर कायम हैं।