भोपाल : सितंबर अंत से पहले एक बार फिर एमपी के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। अक्टूबर से पहले बारिश का एक और राउंड आ सकता है। बंगाल की खाड़ी में मानसूनी सिस्टम बनने की संभावनाओं के चलते यह अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग की मानें तो 27 सितंबर से 29 सितंबर बादल के साथ बारिश का दौर बन सकता है।वर्तमान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो ट्रफ लाइन सक्रिय है ,जिसके प्रभाव के चलते आज सोमवार को 31 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।

आज इन जिलों में बारिश के आसार
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आज सोमवार को इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग में र्षा होने की संभावना है। भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया और डिंडोरी में हल्की बारिश हो सकती है।
3 दिन बाद नया सिस्टम एक्टिव होने के संकेत
एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में प्रदेश में चक्रवर्ती तूफानी मौसम तंत्र सक्रिय है। एक मानसूनी ट्रफ लाइन भी राज्य से गुजर रही है। इस कारण प्रदेश में आने वाले दो दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।28-29 सितंबर के बीच बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होता है तो जबलपुर और ग्वालियर में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।इंदौर में शाम तक बादल छाए रहेंगे, बारिश हो सकती है। वही अक्टूबर के पहले सप्ताह से मानसून की विदाई शुरू होने के आसार है। हालांकि अभी भी प्रदेश के छह जिले गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा एवं सीधी में सामान्य से 23 से लेकर 37 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है, मानसून द्रोणिका गंगानगर, ग्वालियर, लखनऊ, पटना से होकर मालदा तक जा रही है। इसके अलावा दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है, वही दक्षिणी गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से लगातार नमी आ रही है और प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है।
जून से सितंबर तक का बारिश का रिकॉर्ड
- मध्य प्रदेश में अब तक औसत 36.57 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि 36.68 होनी चाहिए थी। अब प्रदेश में ओवरऑल 0.3% बारिश ही कम है। पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक बारिश हुई है।
- नरसिंहपुर में बारिश का आंकड़ा 51 इंच से अधिक है।वही सतना, अशोकनगर, रीवा और सीधी जिलों में सबसे कम बारिश हुई है।
- झाबुआ, बुरहानपुर, खरगोन, नरसिंहपुर, सिवनी, निवाड़ी, रतलाम, भिंड, उज्जैन, राजगढ़, धार, अलीराजपुर,
- बड़वानी, खंडवा, कटनी, छिंदवाड़ा, देवास, श्योपुरकलां, हरदा, बैतूल और अनूपपुर जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है।
- जबलपुर, सीहोर, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, शिवपुरी, दतिया, सागर, टीकमगढ़, नीमच, आगर-मालवा, मुरैना और शहडोल जिले में सामान्य से 90% से अधिक बारिश हो चुकी है।