भोपाल : मध्य प्रदेश में अलग अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से एक हफ्ते तक बारिश का दौर जारी रहने वाला है। चक्रवात और मानसून द्रोणिका के असर से आज शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग में भारी बारिश हो सकती है, अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।लगातार हो रही बारिश के चलते ग्वालियर और सिवनी में 13 और 14 सितंबर को स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। 15 को रविवार के चलते स्कूल बंद रहेंगे।
इधर, पन्ना, श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, भिंड, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, गुना, सागर, बालाघाट, राजगढ़, रायसेन, नरसिंहपुर और दमोह में बाढ़ के हालात है।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाकर अधिकारियों व रेस्क्यू टीमों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।साथ ही सभी अधिकारियों कर्मचारियों को 30 सितंबर तक अवकाश पर ना जाने को कहा है।
आज इन जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट
- एमपी मौसम विभाग ने भिंड, मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर कला, शिवपुरी, अशोक नगर, गुना, निवाड़ी, दतिया और राजगढ़ जिलों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
- अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी और निवाड़ी जिलों में अति भारी बारिश
- विदिशा, रायसेन, मंदसौर, नीमच, गुना, सिंगरौली, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
- भोपाल, सीहोर, राजगढ़, नर्मदा पुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, दमोह, मैहर और पांढुर्णा जिलों में भी बारिश का अनुमान है।
15 को फिर एक्टिव होगा नया सिस्टम
एमपी मौसम विभाग की मानें तो 15 सितंबर से बंगाल की खाड़ी में फिर नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिसके असर से 16 सितंबर से प्रदेशभर में फिर बारिश का अगला दौर शुरू हो सकता है। रायसेन, कटनी, उमरिया, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट में तेज बारिश हो सकती है।भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, शाजापुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली और शहडोल में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
- मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक औसत से 17% अधिक बारिश हो चुकी है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 12% ज्यादा पानी बरस चुका है, जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से 21% अधिक बारिश हो चुकी है।
- प्रदेश के 12 जिलों राजगढ़, खरगोन, भोपाल, सिवनी, मंडला, भिंड, श्योपुर, छिंदवाड़ा, बड़वानी, शिवपुरी, सिंगरौली, नीमच, अलीराजपुर, ग्वालियर और गुना में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। वर्तमान में प्रदेश के 54 में से 31 बांधों के गेट खुले हैं।