भोपाल। नवंबर 2018 में केंद्र सरकार ने भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। मंजूरी दिए जाने के 57 महीने बाद अब इसका ट्रायल-रन नजदीक है। भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान भोपाल मेट्रो के मॉडल कोच को अनवील किया है। इस मॉडल कोच को जनता के लिए भी खोला जाएगा। ये मॉडल श्यामला हिल्स के स्मार्ट पार्क में स्थित होगा। भोपाल मेट्रो कोच के अनावरण पर सीएम शिवराज ने कहा कि आगे आने वाले समय में भोपाल मेट्रो मंडीदीप और सीहोर तक जाएगी। इसकी विधिवत शुरुआत अप्रैल मई माह तक होगी। उन्होंने कहा कि आज एक सपना और संकल्प पूरा हुआ है।
भोपाल मेट्रो के लिए शुरुआती चरण में तीन रेल कोच दिए जाएंगे। प्रत्येक कोच में 250 यात्रियों की अनुमानित बैठने की क्षमता के लिए पर्याप्त चौड़े हैं। सितंबर में इसका ट्रायल रन होगा। भोपाल में इस मेट्रो के सुभाष नगर डिपो से रानी कमलापति तक चलने की उम्मीद है। इसकी दूरी लगभग 4 किमी है।
रानी कमलापति मेट्रो रेलवे स्टेशन सहित कम से कम दो मेट्रो रेल स्टेशनों पर सितंबर में ट्रायल रन पूरा होने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश में शहरी गतिशीलता में सुधार के लिए यह ट्रायल रन मील का पत्थर साबित होगा।
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल), भोपाल और इंदौर परियोजना का कार्यान्वयन प्राधिकरण है। अनुमानित 3,200 करोड़ रुपये में फ्रांसीसी मोबिलिटी कंपनी भोपाल और इंदौर मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए मेट्रो ट्रेनों और विभिन्न प्रणालियों की आपूर्ति करेगी। यह उत्पादन मेक इन इंडिया पहल के तहत गुजरात के सावली विनिर्माण संयंत्र में हो रहा है।
इन मेट्रो में ऑटोमैटिक डोर, स्टार्ट-स्टॉप और इमर्जेंसी हैंडलिंग जैसे फीचर इनबिल्ट किए गए हैं। यह सायबर अटैक और हैकिंग से भी सुरक्षित रहेंगी। पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए इसमें ऑटोमैटिक ऑब्सटेकल व डिरेलमेंट डिटेक्शन भी है। इसके एक कोच में 50 यात्रियों के बैठने और 300 के खड़े होने की क्षमता है।
इसके अलावा हर दो मिनिट में आने-जाने की फ्रीक्वेंसी, ब्रेक के साथ एनर्जी री-जनरेशन तकनीक से एनर्जी सेविंग, कोच में जर्म कंट्रोल और एयर-फिल्ट्रेशन की तकनीक भी दी गई है। हर कोच में CCTV कैमरे AI तकनीक से चलेंगे। यह कैमरे ऑटोमैटिक ऑब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन (चेहरों की पहचान) का काम करेंगे। इन कोच में ऑटोमैटिक और स्मार्ट लाइट कंट्रोल व्यवस्था की जाएगी। दिव्यांगों के लिए विशेष व्हील चेयर्स व उनके अनुकूल बैठने का स्थान डिसाइड होगा।
भोपाल मेट्रो रेल परियोजना की सामान्य जानकारी
- भोपाल मेट्रो परियोजना के अंतर्गत भोपाल शहर में दो लाइन,ओरेंज लाइन तथा ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है।
- एम्स से करोंद चौराहे तक निर्माणाधीन ऑरेंज लाइन की कुल लम्बाई 16.74 किमी है।
- इसमें अंडरग्राउंड भाग 3.39 किलो मीटर का है।
- ऑरेंज लाइन में दो अंडरग्राउंड स्टेशन (भोपाल स्टेशन,नादरा बस स्टैंड) व 14 एलीवेटेड स्टेशन हैं।
- जिनमें स्टेशन एम्स, अल्कापुरी, डीआरएम आफिस, रानी कमलापति, एम पी नगर, बोर्ड आफिस, केंद्रीय विद्यालय, सुभाष नगर, पुल बोगदा, ऐशबाग, सिन्धी कॉलोनी, डीआइजी बंगलों, कृषि उपज मंडी एव् करोंद चौराहा है।
- रत्नागिरि तिराहे से भदभदा चौराहे तक मेट्रो रेल की ब्लू लाइन की कुल लम्बाई 14.16 किमी है।
14 एलीवेटेड स्टेशन बनेंगे
- रत्नागिरि तिराहा
- पिपलानी
- इंद्रपुरी
- जेके रोड
- गोविंद्पुरा औद्योगिक -गोविंद्पुरा
- प्रभात पेट्रोल पम्प
- पुल बोगदा
- परेड ग्राउंड
- मिंटो हाल
- रोशनपुरा चौराहा
- जवाहर चौरहा
- डिपो चौराहा
- भदभदा चौराहा
सितम्बर -2023 में सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक ट्रेन्स के ट्रायल्स प्रारम्भ किये जायेंगे।