भोपाल : मध्यप्रदेश में अभी 2-3 दिन और मानसून के सक्रिय रहने का अनुमान है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव के चलते ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में गरज चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश हो सकती है।वही भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के बाकी जिलों में हल्की बारिश का दौर चलता रहेगा। आज एमपी मौसम विभाग ने 25 जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
एमपी मौसम विभाग की मानें तो अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन पश्चिम-उत्तर हिस्से में है, जो आज मंगलवार को उत्तर से आगे बढ़कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहुंच जाएगा। इससे ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में अगले दो-तीन दिन तक मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी। विभाग ने आज मंगलवार को ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल में बारिश के लिए अलर्ट जारी किया है। अब तक हुई सामान्य बारिश का आंकड़ा 6% कम है। इसमें पूर्वी प्रदेश में 3% जबकि पश्चिमी हिस्से में 9% कम बारिश हुई है।
22 से 25 अगस्त के बीच जबलपुर-ग्वालियर में तेज बारिश
एमपी मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 22 से 23 अगस्त को ग्वालियर संभाग के अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो सकती है। गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश भी हो सकती है। वर्तमान में चक्रवाती हवाओं का घेरा उत्तरी पश्चिमी मप्र में बना है। वहीं एक मानसून द्रोणिका बीकानेर, कोटा, गुना, सीधी, बलूरघाट होते हुए नागालैंड तक जा रही हैं, जिससे इंदौर में हल्की बूंदाबांदी होगी, यह दौर अगले तीन से चार दिन तक चलेगा। अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती हैं। वहीं 24 और 25 अगस्त को छिटपुट वर्षा की संभावना है।
आज इन जिलों में भारी से मध्यम बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग की मानें तो ग्वालियर, शिवपुरी, भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां, सतना, अनूपपुर, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, सीहोर, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर में तेज बारिश हो सकती है। वही भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास, सिंगरौली, सीधी, रीवा, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश होगी।
क्या कहता है एमपी मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग का अनुमान है कि उत्तरी मध्यप्रदेश में अगले दो दिन वर्षा के आसार बने हुए हैं। कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य में बना हुआ है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा से मप्र में बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर रायपुर, गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है।इसके प्रभाव से वातावरण में नमी आ रही है और बारिश हो रही है।