MP : क्या है ‘यूथ फॉर लाइफ’ मिशन? एमपी के इन 7 शहरों के लिए तैयार किया गया क्लाइमेट एक्शन प्लान…

भोपाल: अगर आज भी हम नहीं जागे तो आने वाली पीढ़ी के लिए यह धरती रहने लायक नहीं बचेगी। हमें अपनी जीवनशैली ऐसी बनानी है, जिससे कि पर्यावरण का संरक्षण भी हो सके। प्रकृति के बिना मानव जीवन की कल्‍पना असंभव है, अतः पौधरोपण करें और प्रकृति का शोषण नहीं, केवल दोहन करें। प्रकृति का संरक्षण और संवर्धन आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहानने ‘यूथ फॉर लाइफ’ मिशन की शुरुआत करते हुए कही। यह अभियान मिशन लाइफ के तहत शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुनिया पर्यावरण दिवस मना रही है, लेकिन भारत में हम युगों-युगों से वृक्षों की पूजा कर उनका संरक्षण करते आ रहे हैं।

भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा करने का मार्ग दिखाया था। ये पर्यावरण संरक्षण और हरियाली बचाने का संदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति अद्भुत है। पूरा विश्व आज जिन खतरों की चर्चा कर रहा है। उन खतरों की तरफ पहले से ही हमारे संतों और ऋषि-मुनियों ने ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा है कि एक ही चेतना हम सब में विद्यमान है। इन मौकों पर पौधे जरूर लगाएं मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश के नागरिकों से पौधे लगाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण बचेगा, तो सृष्टि बचेगी। आप भी जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ जैसे शुभ अवसरों पर पौधे अवश्य लगाएं।

युवाओं को दिए परिचय पत्र
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागृति लाने के लिए पर्यावरण वॉलंटियर को आई कार्ड और प्रशिक्षण पुस्तिका प्रदान की। गाय के गोबर और गो-मूत्र आदि अपशिष्ट से आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ‘आत्म-निर्भर गो-शाला’ विषय पर ‘वेस्ट-टू-वेल्थ’ हेकाथान का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, दिल्ली और गुजरात के प्रतिभागियों द्वारा 54 सुझाव प्रस्तुत किये गये हैं। दो सर्वश्रेष्ठ सुझावों पर कार्यक्रम में पुरस्कार दिया गया। मध्य प्रदेश सरकार इन सुझावों पर अमल करेगी।

लाइफ वॉलेंटियर्स के रूप में तैयार होगी युवा फौज
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा महापंचायत में लिये गये संकल्प के अनुसार प्रदेश में प्रथम चरण में पर्यावरण विभाग द्वारा 2100 युवाओं को लाइफ वॉलेंटियर के रूप में प्रशिक्षित कर प्रमाण-पत्र दिये जा रहे हैं। युवाओं में लाइफ वॉलेटियर के लिए काफी उत्साह देखा जा रहा है। प्रथम चरण में ही 4 हजार से अधिक युवाओं ने प्रशिक्षण के लिए आवेदन किया है। वैश्विक पर्यावरण की भावी सुरक्षा में यह प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।

‘क्लाइमेट स्मार्ट सिटी कार्य योजना’ का विमोचन
केन्द्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी मिशन में क्लाइमेंट स्मार्ट सिटी असेसमेंट फ्रेमवर्क शुरू किया गया है। इसमें पर्यावरण विभाग द्वारा एप्को और डब्लूआरआई के तकनीकी सहयोग से मध्यप्रदेश के 7 स्मार्ट शहर- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सतना और सागर के महत्वपूर्ण क्लाइमेट एक्शन प्लान तैयार किये गये हैं, जो देश में इन शहरों को बेहतर रैंक प्राप्त करने में मददगार होंगे। मुख्यमंत्री ने इस कार्ययोजना का भी शुभारंभ किया।

क्या है मिशन लाइफ
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को भोपाल के रवींद्र भवन में ‘यूथ फॉर लाइफ’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहृवान पर किया जा रहा है। वैश्विक स्तर पर पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण के प्रति जन-जागृति लाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र में (पर्यावरण के लिए जीवनशैली) के प्रस्ताव पर इसे प्रारंभ किया गया था। इसे भारत के नेतृत्व वाले वैश्विक जन- आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है।

केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा मिशन लाइफ की 7 थीम- “सिंगल यूज प्लास्टिक को कम करना, ऊर्जा संरक्षण, पानी बचाओ, शाश्वत खाद्य प्राणाली को अपनाना, कचरे को कम करना, स्वस्थ जीवनशैली अपनाना और ई-कचरे को कम करना” में पूरे देश में एक लाख आयोजन का लक्ष्य रखा गया है। मध्य प्रदेश के सभी विभागों द्वारा इस अभियान को वृहद रूप में चलाया गया और अकेले मध्यप्रदेश में ही 1 लाख के अधिक मिशन लाइफ में 75 तरह के कार्यक्रम किये जा चुके हैं।

Leave a Reply