भोपाल : मध्य प्रदेश में आज शुक्रवार से फिर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। आज ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। खास करके 6 जिलों में तेज भारी बारिश होने के चलते ऑरेंज और 24 में यलो अलर्ट जारी किया गया है। कई शहरों में गरज-चमक और आंधी-तूफान के आसार है।इस सीजन में 1 जून से लेकर 8 अगस्त तक 645.2 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (547.2 मिमी.) की तुलना में 18% अधिक है।
आज इन जिलों में बारिश की चेतावनी
- आज शुक्रवार को सीधी, सिंगरौली, अनुपपुर/अमरकंटक, शहडोल में बिजली के साथ भारी बारिश ।
- सतना/चित्रकूट, मैहर, रीवा, मऊगंज, डिंडोरी, मंडला/कान्हा, बालाघाट, पन्ना/टीआर, खंडवा/ओंकारेश्वर, बुरहानपुर में मध्यम बारिश ।
- अशोकनगर, भिंड, दतिया, सागर, दमोह, निवाड़ी/ओरछा, टीकमगढ़, नरसिंहपुर, मुरैना, ग्वालियर, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, नीमच, गुना, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, शाजापुर, राजगढ़, छतरपुर/खजुराहो, बैतूल, नर्मदापुरम/पचमढ़ी, रायसेनसांची, सीहोर, बड़वानी, धार, इंदौर, देवास, आगर, उज्जैन, श्योपुर कलां सिवनी, कटनी, हरदा, खरगोन/महेश्वर, उमरिया/बांधवगढ़, विदिशा, जबलपुर, भोपाल में हल्की बारिश की संभावना।
- सतना, जबलपुर, पन्ना, दमोह, मैहर और सागर जिले में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट ।
- विदिशा, रायसेन, खंडवा, खरगोन, नर्मदापुरम, बैतूल, अशोकनगर, दतिया, भिंड, श्योपुर, रीवा, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और पांढुर्णा में तेज बारिश का येलो अलर्ट।
पूरे हफ्ते के मौसम का हाल
एमपी मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होते ही 10 अगस्त के बाद फिर मौसम में बदलाव आएगा।प्रदेश में 10 से 12 अगस्त तक कोई स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी नहीं होगी। खास करके जबलपुर, शहडोल, सागर और रीवा संभाग में 11 से 15 अगस्त तक मौसम साफ रहेगा । हालांकि अलग-अलग जिलों में हल्की बारिश और कहीं-कहीं बादल छाए रहेंगें।
क्या कहता है एमपी का मौसम विभाग
वर्तमान में पश्चिमी झारखंड एवं उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। 3 अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं, जिसके चलते पूर्वी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। शुक्रवार को ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में मध्यम से भारी बारिश के आसार है। हालांकि झारखंड के पास बने चक्रवात के कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की उम्मीद कम है, ऐसे में दो दिन बाद प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में कमी आ सकती है। हालांकि कहीं कहीं हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है और बादल भी छाए रहेंगे।