भोपाल : विवादों में घिरे बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। उन्होने कहा कि धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाने के कारण वो ईसाई मिशनरियों के निशाने पर हैं। ये विवाद नागपुर में हुई श्रीराम चरित्र- चर्चा से जुड़ा है जो तय समय से दो दिन पहले 11 जनवरी को समाप्त हो गई थी। अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति का आरोप है कि उनकी चुनौती से घबराकर वो दो दिन पहले ही वहां से भाग गए। इस मामले पर अब मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं। बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने जहां बागेश्वर धाम सरकार का पक्ष लिया है वहीं नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि अगर उनकी बातों में सच्चाई है तो वो इसे साबित करें।
ये है मामला
छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विवादों से चोली दामन का नाता रहा है। वे चमत्कारी शक्तियों का दावा करते रहे हैं और इसे लेकर भी कई विवाद उठ चुके हैं। नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने उनके ऊपर जादू टोना और अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया है। इसी के साथ आरोप है कि वे धर्म के नाम पर लोगों को लूटते हैं और धोखाधड़ी करते हैं। इसे लेकर समिति ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। समिति ने उन्हें चुनौती भी दी थी कि वो कहते हैं कि लोगों के बारे में बिना मिले ही जान लेते हैं। इस बात को वो अपना दरबार लगाकर साबित करें। इसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 13 जनवरी की बजाय 11 जनवरी को नागपुर से निकल गए थे और उनके ऊपर नागपुर से कथा छोड़कर भागने का आरोप लगा था। अब समिति के आरोपों पर उनके विवादास्पद बयान के कारण वो फिर चर्चाओं में हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि धर्मांतरण को रोकने के कारण उनपर इस तरह के हमले हो रहे हैं।
बीजपी विधायक पक्ष में उतरे
मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी ने बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ नागपुर में हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होने कहा कि भूत प्रेतों को कहीं न कहीं विज्ञान भी मान्यता देता है। अमेरिका के व्हाइट हाउस में भूत के मौजूदगी के प्रमाण कई बार मीडिया में दिखाए और बताए गए। लोगों की आस्था ही तो सब कुछ है और ऐसी स्थिति में हमारे साधु, संत, महात्मा, कथावाचक हैं उनका अपमान नही होना चाहिए। उन्होने कहा कि पूर्व में भी पूज्य संत श्री प्रदीप मिश्रा जी के साथ सीहोर में यही हुआ कि भीड़ और व्यवस्था का बहाना बनाकर कथा बन्द करा दी गयी। हमारे आराध्य प्रभु श्री राम भी जब आये होंगे उनसे भी सवाल करने वाले कम नही थे और किये भी गए। भगवान श्री कृष्ण को चमत्कारी कहा, उन्हें छलिया बताया गया। ये तो अनादिकाल से चलता आ रहा है। लेकिन हम हिन्दू धर्म की आस्था पर किसी तरह का प्रहार बर्दास्त नही करेंगे। विधायक ने कहा कि आगामी रविवार 22 जनवरी को प्रदेश की राजधानी भोपाल के 10 नम्बर स्टाप में शाम 5 बजे हिन्दुधर्म और तमाम कथा वाचकों के सम्मान में एक वृहद आयोजन करने जा रहे हैं। उन्होने सभी धर्मावलंबी, तमाम कथा वाचक,बागेश्वर धाम के अनुयायियों से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में आयोजन में पहुँचकर अपना विरोध दर्ज कराएं। उन्होने कहा कि मेरी तमाम हिंदुस्तानियों से भगवान भोलेनाथ, प्रभू श्री राम पर आस्था रखने वाले लोगो से अपील है कि ऐसे राक्षसी प्रवृत्ति रखने वाले लोगों का सड़कों में उतरकर मुंहतोड़ जवाब दें।