इंदौर। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार आधी रात से 11 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर छापेमारी की है, गौरतलब है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक कट्टर विचारधारा वाला संगठन माना जाता है, इसके काम करने का तरीका भी अन्य संगठनों से अलग है। बताया जा रहा है कि NIA की टीम ने मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन में PFI के ठिकानों पर छापा मारकर 4 लीडर्स को हिरासत में लिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु, केरल समेत 13 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन राज्यों में एनआईए ने छापेमारी की है उनमें केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं।
मध्यप्रदेश में भी मारे गए इन छापों में इंदौर के बंबई बाजार से मुमताज कुरैशी और छिपा बाखल को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आ रही है। PFI के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला और अब्दुल जावेद को भी हिरासत में लिए जाने की सूचना है। इंदौर के बंबई बाजार से मुमताज कुरैशी और छिपा बाखल को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आ रही है। PFI के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरीवाला और अब्दुल जावेद को भी हिरासत में लिए जाने की सूचना है। टेरर फंडिंग को लेकर NIA सर्च ऑपरेशन चला रही है। जांच में यह सामने आया है कि पीएफआई चीन से आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग मिलती है, ईडी का दावा है कि इसी फंडिंग से पीएफआई की तरफ से सीएए प्रदर्शन, सोशल मीडिया पर दिल्ली दंगों और बाबरी मस्जिद पर पोस्ट तौयार करके लोगों को भड़काने का काम किया गया, ईडी के मुताबिक पीएफआई प्रमुख ए रऊफ शरीफ ने हाथरस गैंगरेप मामले लोगों को भड़काने का काम किया था।