नई दिल्ली: देश में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की रफ्तार चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में घटकर 19.44 किलोमीटर प्रतिदिन रह गई है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देश में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के निर्माण की गति 2020-21 में रेकॉर्ड 37 किलोमीटर प्रतिदिन को छू गई थी। हालांकि, 2021-22 में कोविड-19 महामारी और कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक मानसून के चलते यह रफ्तार घटकर 28.64 किलोमीटर प्रतिदिन हो गई। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) ने सितंबर 2022 के लिए मंत्रिमंडल के लिए अपने मासिक सारांश में कहा, ‘मंत्रालय ने 2022-23 में सितंबर तक 3,559 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया है, जबकि 2021-22 में सितंबर तक यह आंकड़ा 3,824 किलोमीटर था।’ मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अप्रैल-सितंबर के दौरान कुल 4,092 किलोमीटर राजमार्ग निर्माण के ठेके दिए गए, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 4,609 किलोमीटर था। चालू वित्त वर्ष के लिए राजमार्ग निर्माण का आधिकारिक लक्ष्य 12,000 किलोमीटर है।
सड़कों की हालत सुधारने के लिए सरकार जुटाएगी निवेशकों से धन
नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) अपने इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट) के जरिए अतिरिक्त 3,800 करोड़ रुपये जुटाना चाहता है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। नेशनल हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि अतिरिक्त कोष में से करीब 1,500 करोड़ रुपये नॉन कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) के जरिए जुटाए जा रहे हैं, जिनकी मैच्योरिटी 24 साल है। उन्होंने बताया कि इन इनविट को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट किया जाएगा। इनविट के तहत विदेशी और भारतीय संस्थागत निवेशकों से अबतक 8,000 करोड़ रुपये से अधिक का कोष जुटाया गया है।
ईस्टर्न रीजन को हाइवे नेटवर्क से जोड़ने की योजना
इनविट भी म्यूचुअल फंड की तरह निवेश माध्यम है। इनके जरिए निवेशकों से धन जुटाया जाता है और ऐसी संपत्तियों में लगाया जाता है जो एक समय बाद आय उपलब्ध कराती हैं। गडकरी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से वृद्धि कर रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और देश में राजमार्गों का विकास इसकी वृद्धि में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र को राजमार्ग नेटवर्क से जोड़ने के लिए काम कर रही है।