भोपाल : लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने की होड़ मची हुई है, आज भी बड़ी संख्या में दूसरी पार्टियों के नेता भाजपा में शामिल हो गए, भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दूसरे दलों से आये नेताओं को भाजपा परिवार में शामिल किया।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आज का माहौल ऐसा था जैसे कोई मेला हो, आज यहाँ हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और भाजपा की सदस्ययता ग्रहण की, इंदौर से कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार, वरिष्ठ नेता पंकज सिंघवी, धामनौद नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सीमा विष्णु पाटीदार सहित हजारों कांग्रेस पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास कार्यों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
सीएम डॉ मोहन यादव, वीडी शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय ने दिलाई सदस्यता
नए सदस्यों को सदयता दिलाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे, भाजपा नेताओं ने उन्हें भाजपा का दुपट्टा पहनाकर सदस्यता दिलाई, वीडी शर्मा ने नए सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि अब आप हमारे परिवार का हिस्सा है हमें हर बूथ को मोदी बूथ बनाना है और 370 अधिक वोटों से जीतना है।
बोले वीडी शर्मा – कांग्रेस अब पूरे देश से वाइंड अप हो रही
मीडिया ने जब भारी संख्या में प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन करने वाले नेताओं के बारे में सवाल किया तो वीडी शर्मा ने कहा कि ये जीतू पटवारी से ज्यादा राहुल गांधी बता सकते हैं, अब तो पूरे देश में ही कांग्रेस वाइंड अप हो रही है, आज जनता को और राजनैतिक काम करने वाले लोगों को लगने लगा है कि अब पीएम मोदी की लोकप्रियता सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया में है।उन्होंने कहा कि लोग मोदी जी में भरोसा करते हैं उन्हें 2047 में भारत के विश्व गुरु बनने की गारंटी पर भरोसा है इसलिए लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ रहे हैं, उन्होंने कहा कि मैं एक जानकारी और आपको देना चाहता हूँ कि इंदौर के देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय में स्थापित होने वाले जैन अध्ययन केंद्र के लिए 25 करोड़ रुपये पीएम मोदी ने स्वीकृत किये है, वीडी शर्मा ने मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल पर 2 रुपये कम करने के फैसले को एक ऐतिहासिक फैसला बताया।