करनाल में आज आतंकवाद के खिलाफ बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. इससे फिर एक बार खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान किस तरह भारत को दहलाने की आतंकी साजिश रच रहा है. पकड़े गए चार आतंकियों को पाकिस्तान में छिपे बब्बर खालसा (खालिस्तानी संगठन) से जुड़े आतंकी से हथियार मिले थे. उसने नई उम्र के इन लड़कों को ड्रोन से हथियार भेजे और वह पता बताया जहां यह ‘आतंक का कंसाइनमेंट’ पहुंचाया जाना था. करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने जानकारी दी है कि पकड़े गए युवकों का नाम गुरप्रीत, अमनदीप, परमिंदर, भुपिंदर है. इन चारों की ही उम्र 20 से 25 साल के करीब बताई जा रही है. इसमें से तीन फिरोजपुर और एक लुधियाना का रहने वाला है. जो मुख्य आरोपी है उसकी दूसरे आतंकी से जेल में मुलाकात हुई थी.
ड्रोन से भेजे थे हथियार
ये चारों खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा से जुड़े थे. उसने ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से फिरोजपुर में ये हथियार भेजे थे. पुलिस के मुताबिक, इनके पास एक देसी पिस्टल, 31 जिंदा और 3 लोहे के बक्से मिले थे. इसमें एक-एक बक्से का वजन लगभग ढाई किलो के आसपास है. इनपर 1 लाख 30 हजार रुपये कैश भी था.