नई संसद पर विपक्ष का हाहाकार, BJP का पलटवार, संबित पात्रा ने जारी किया ट्विटर थ्रेड, पूछे कई सवाल…

नई दिल्ली : 28 मई को हो रहे नई सांसद भवन की बिल्डिंग के उद्घाटन को लेकर सब ओर हाहाकार मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर हर कोई अपने तर्क रख रहा है। कोई इस उद्घाटन को लेकर उत्साहित है तो कोई इस जमकर विरोध कर रहा है। वही विपक्ष के 19 दलों ने भी इससे किनारा कर लिया है।

19 दलों ने किया उद्घाटन समारोह का बहिष्कार

कांग्रेस पार्टी की अगुवाई में विपक्ष के 19 दलों ने नए भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार पत्र जारी किया है। इन सभी दलों की दलील है कि “जब लोकतंत्र की आत्मा को नई संसद से निष्कासित कर दिया गया है, तो हमें नई इमारत में कोई मूल्य नहीं दिखता।

आपको बता दें बहिष्कार का पूरा मुद्दा शुरू हुआ जब सभी को इस बात की जानकारी मिली कि नए भवन का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है। इस पर विपक्ष का कहना था कि यह उद्घाटन लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप नहीं, क्यूंकि लोकतंत्र के हिसाब से यह उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए। अपनी बात को मजबूती देने के लिए विपक्ष ने संविधान का सहारा लेकर कई दलीलें भी पेश की और बीजेपी  के साथ पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए बहिष्कार का पत्र जारी किया।

लोकतंत्र का अपमान करना विपक्ष की आदत: एनडीए

हालांकि कांग्रेस और विपक्षी दलों के इस पत्र के बाद एनडीए समूह ने भी एक पत्र जारी किया जिसमें लिखा कि ” यह कोई पहली बार नहीं है जब विपक्ष के द्वारा लोकतंत्र का अपमान किया जा रहा है, पिछले 9 साल में विपक्ष ऐसा कई बार कर चुका है। NDA ने विपक्ष के बहिष्कार के फैसले को अपमानजनक बताया है।

संबित का ट्विटर थ्रेड और विपक्ष पर निशाना

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने तो ट्विटर पर पिछले 70 सालों का thread जारी कर कांग्रेस और विपक्ष को आड़े हाथों लिया। संबित ने सबसे पहले बात की प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा रखी गई कर्नाटक विधानसभा भवन की नीव की और पूछा कि इसका उद्घाटन कर्नाटक के गवर्नर से क्यूं नहीं कराया गया? इसके बाद पात्रा ने बात की 1981 में बने महाराष्ट्र विधानसभा भवन की जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था। इसपर संबित ने सवाल किया कि आप लोगों ने इसका बहिष्कार क्यूं नहीं किया? संबित ने सोनिया और राहुल गांधी द्वारा छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा भवन के उद्घाटन पर भी सवाल किया। उन्होंने अपने ट्वीट्स में ममता बैनर्जी, अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार को भी जमकर घेरा।

संसद भवन के उद्घाटन को लेकर चल रही बहस पर आमजन भी सोशल मीडिया पर पूरी तरह एक्टिव है। कोई इसका विरोध कर रहा है तो कोई भरपूर समर्थन। अब देखने वाली बात यह होगी कि 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्रीगणेश किए जा रहे इस नवीन भवन को लेकर अभी कितना क्लेश और बाकी है।

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