पन्ना | मध्यप्रदेश का पन्ना जिला हीरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां कब किसका भाग्य चमक जाए वो कोई नहीं जानता है। बता दें कि हीरों की नगरी पन्ना में तीन दिवसीय हीरों की नीलामी का आयोजन किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ 18 अक्टूबर को किया जा रहा है। जिसके लिए सभी प्रकार की तैयारियां शुरू की जा चुकी है। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए देशभर के अलग-अलग राज्यों के व्यापारी पहुंच रहे हैं। वहीं, इस बार की नीलामी में सबसे बड़ा 11.08 कैरेट का बेशकीमती हीरा आकर्षण का केंद्र रहेगा जो कि करीब एक दर्जन हीरे भी बड़ी साइज में है। इस बार की नीलामी पन्ना के लिए इतिहास रचने वाला है।
दरअसल, 18 अक्टूबर से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में तरह-तरह के बेशकीमती हीरे रखे जाएंगे। जिनमें 11.08 कैरेट का हीरा, 355 कैरेट के 204 नग इस बार सभी के लिए आकर्षण रहेगा। जिसकी कीमत करीब 4 करोड़ 9 लाख 29 हजार 693 रुपए आंकी गई है। बता दें कि संयुक्त कलेक्ट्रेट परिसर में इसका आयोजन किया गया है। जहां सुबह से ही व्यापारियों का पहुंचना शुरू हो चुका है। जिनमें देश के अलग-अलग राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत मध्यप्रदेश के कई जिलों से बड़े स्तर के व्यापारी यहां हीरा खरीदने पहुंच रहे हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं पन्ना हीरा के लिए सबसे ज्यादा मशहुर है। यहां लोग हीरा पाकर रातों-रात लखपति, करोड़पति बन जाते हैं। मध्यप्रदेश का पन्ना जिला की रत्नगर्भा धरती से मिलने वाले हीरा इस धरती की खान है। केवल इतना ही नहीं प्रशासन ने यहां एशिया महाद्वीप का एकलौता हीरा कार्यालय बनवाया गया है। जिन्हें भी हीरा खरीदना या नीलाम करवाना होता है वो इस कार्यालय में पहुंचते हैं।
वहीं, पन्ना में पिछले दो सप्ताह से हर रोज हीरे जमा हो रहे हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम के आयोजित होने से पहले सोमवार को चार बड़े हीरे जमा हुए हैं जो 8, 5 और 3 कैरेट वजन के है, जिनकी कीमत करोड़ों में आंकी गई है। इसके अलावा तीनों हीरे पन्ना नगर के नंदकिशोर जड़िया के ओर से जमा करवाए गए हैं, जिन्हें कृष्ण कल्याणपुर की उथली हीरा खदान से मिले हैं। जबकि इस मामले में हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि, नीलामी दिनांक के पहले दिन शाम तक जितने हीरे जमा हुए सभी निलामी में रखे जाएंगे।