भोपाल : इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट के तहत बनाई जा रही पितमपुर में एक सुरंग ने पूरे प्रोजेक्ट की बैंड बजा दी। दरअसल बीते 2 साल से ज्यादा समय हो चुका है लेकिन इस सुरंग का काम अब तक बंद पड़ा है। दो साल पहले कोरोना महामारी की वजह से इस सुरंग का काम बंद करने के आदेश जारी किए थे। उसके बाद फिर इसकी कहानी टेंडर ना मिलने की वजह से अटक गई।
टेंडर देने के बाद भी बंद है इंदौर-दाहोद प्रोजेक्ट का काम
अब जैसे तैसे इस सुरंग को बनाने के लिए एक कंपनी मिली और उसको टेंडर दिया गया तो करीब 3 महीने हो गए लेकिन आज तक इस सुरंग का काम शुरू नहीं किया गया। इंदौर और धार के लिहाजे से ये सुरंग बनना बेहद जरुरी है। क्योंकि इसके बाद ही दोनों शहरों के बीच रेल लाइन जोड़ी जा सकेगी।
जैसा कि सभी को पता है धार पीथमपुर पूरा उद्योगिक क्षेत्र हैं। ऐसे में ये काम अटका पड़ा रहना दिक्कतों वाली बात है। क्योंकि ये सुरंग नहीं बन पाने की वजह से लोगों को रेल सुविधा नसीब नहीं हो पा रही है। उसके बावजूद भी कोई भी इस काम को लेकर सुध नहीं ले रहा है।
लेकिन अधिकारी टीही से धार के बीच रेल लाइन के लिए अर्थवर्क और पुल-पुलियाओं जैसे कार्यों को करने की बात जरूर कर रही हैं। लेकिन जब तक इस सुरंग को बना कर तैयार नहीं किया जाएगा तब तक किसी भी कार्य का कोई मतलब नहीं रहेगा। एक अधिकारी ने बताया कि सुरंग के टेंडर हो चुके हैं।
ऐसे में अभी कंपनी को मोबिलाइजेशन के लिए समय दिया गया है। ऐसे में वह मशीनरी का इंतजाम करने में लगे हुए है। सुरंग को बनाने वाली मशीन बढ़ी होती है इसलिए इसमें ज्यादा समय लग रहा है। मार्च के मिड में इसका कार्य संभावित शुरू कर दिया जाएगा। जिसके बाद सुरंग वित्तीय वर्ष 2024-25 तक ही बनकर तैयार होगी। क्योंकि बीच में मानसून आ जाएगा।