नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17वें G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इंडोनेशिया के बाली के लिए रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वह वैश्विक वृद्धि को बहाल करने, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान निकालने में भारत की उपलब्धियों और अटूट प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेंगे।
मोदी शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए तीन दिवसीय यात्रा पर इंडोनेशिया जा रहे हैं। इस दौरान उनके यूक्रेन संघर्ष के प्रभावों, खास कर खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्रों में इसके असर सहित वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने की संभावना है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
‘वैश्विक विकास, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर होगी बातचीत’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘बाली शिखर सम्मेलन के दौरान मैं वैश्विक विकास, खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करूंगा। शिखर सम्मेलन में बातचीत के दौरान मैं वैश्विक चुनौतियों का सामूहिक समाधान निकालने में भारत की उपलब्धियों और अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करूंगा।’
जी20 वैश्विक आर्थिक सहयोग का एक प्रभावशाली संगठन है। यह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। इंडोनेशिया जी-20 का वर्तमान अध्यक्ष है। भारत एक दिसंबर से औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा।
प्रधानमंत्री ने भारत के अगले महीने जी20 की अध्यक्षता संभालने पर कहा, ‘बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपेंगे, जो हमारे देश के लिए एक महत्वपूर्ण पल होगा। भारत 1 दिसंबर 2022 से औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता संभालेगा। मैं अगले साल शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए सभी सदस्यों को निजी तौर पर आमंत्रण भेजूंगा।’
‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय पर आधारित होगी। उन्होंने कहा, ‘भारत की अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय पर आधारित होगी, जो सभी के लिए समान विकास व भविष्य के संदेश पर जोर देती है। मैं जी20 शिखर सम्मेलन से इतर, कई सदस्य देशों के नेताओं से मुलाकात करूंगा और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा करूंगा।’
जी-20 या 20 देशों का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।