लखनऊ | देशभर में दिवाली को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में PM नरेन्द्र मोदी मर्यादा पुरूषोत्तम राम की नगरी अयोध्या में इस बार दिवाली मनाएंगे। जिसके लिए अभी से ही सभी प्रकार की तैयारियां शुरू की जा चुकी है। नगर के लोगों समेत पार्टी कार्यकर्ता पीएम के आगमन की खास तैयारियों में जुट गए हैं। बता दें कि इस खास अवसर पर प्रधानमंत्री करीब तीन घंटे वहां रूकेंगे। इस दौरान वहां आयोजित होने वाले कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। साथ ही अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद राम जी की पैड़ी पर दीपोत्सव मनाएंगे। इस दौरान पूरे नगर में गाय के गोबर से बने 25 हजार दीपक प्रज्जिवलित किए जाएंगे। वहीं, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में 11 सौ गौ दीप जलाए जाएंगे। यह भी गाय के दूध से बने घी से जलाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 अक्टूबर को अयोध्या जाएंगे। इस दौरान पीएम आगमन की सभी तैयारियों का जायजा लिया जाएगा साथ ही अधिकारियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। वहीं, कमिश्नर नवदीप रिनवा जिला प्रशासन के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर चुके हैं। एडीजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह भी तैयारी परखने आज अयोध्या पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर पार्टी और पुलिस प्रशासन ने तैयारियों जोरों पर शुरू कर दी है। बता दें कि पीएम के कार्यक्रम के अनुसार सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था में कड़ाई की गई है। एयरपोर्ट से लेकर राम मंदिर तक हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे। इतना ही सुरक्षा की दृष्टि से शहर के चारों तरफ की सीमाएं सील कर दी गई हैं। पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है जो कि लगातार चेकिंग अभियान चला रही है। नगर में आने वाले सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है, रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के सामान की तलाशी लेने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया जा रहा है।
दरअसल, दिवाली के अवसर पर लोग अपने घरों की साफ-सफाई, खरीदारी करने में लगें हुए हैं। बता दें कि दिवाली पर मिट्टी को तरह-तरह के सांचे में उतार कर उसे एक नया रुप देने वाले कुम्हार भी तरह-तरह के दिए, मिट्टी के खिलौने, आदि बनाने में जुटे हुए हैं। दीपावली दीपों का त्योहार है इस दिन सभी जगह लोग अपने घरों को दिए जलाकर रोशन करते हैं। इस दिन लक्ष्मी गणेश की पूजा भी की जाती है, जिसके बाद मिट्टी के बनाए बर्तन में प्रसाद चढ़ाए जाते हैं। साथ ही, पूरे घर को दिए से सजा दिया जाता है।