पुरानी संसद में PM मोदी का आखिरी संबोधन, बोले- ये क्षण प्रेरक पलों को याद कर आगे बढ़ने का है…

नई दिल्ली : भारत आज एक ऐतिहासिक पल का अनुभव कर रहा है। आज 75 वर्षों से चली आ रही देश के संसद भवन की यात्रा खत्म होने जा रही है और 19 सितंबर से नए संसद भवन में कार्यवाही शुरू की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने भवन में अपना आखरी संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह अवसर 75 वर्षों की संसदीय यात्रा को एक बार फिर से याद करने और नए सदन में कदम रखने से पहले उन प्रेरक पलों को याद करने का और आगे बढ़ने का है।

पीएम मोदी ने कहा – यादें हमें झकझोर कर रख देती हैं

हम सब इस ऐतिहासिक भवन से विदा लेने जा रहे हैं। आजादी के बाद ऐतिहासिक भवन को संसद भवन के रूप में जाना जाने लगा। विदेशी शासकों ने इस भवन को बनाने का फैसला लिया था लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाए। इसे बनाने के लिए देशवासियों का पसीना और परिश्रम के साथ ही पैसा लगा है। मुझे सभी पर गर्व है। इस सदन से विदाई लेना एक बेहद भावुक पल है।

पुराना भवन कई यादों से जुड़ा हुआ है। वहां उत्सव-उमंग, खट्टे-मीठे पल, नोक-झोंक कई चीजें ऐसी हुई है जो भुलाई नहीं जा सकती। जैसे हम अपने पुराने घर को छोड़ के नए घर में जाते हैं तो कई सारी यादें हमें झकझोर कर रख देती हैं। हम उन यादों को बुलाएं नहीं बुल पाते हैं। ऐसा ही इस भवन को छोड़ने पर हो रहा है।

मैंने कभी सोचा नहीं था देश मुझे इतना सम्मान देगा – पीएम मोदी

पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब में पहली बार संसद में आया था तब मैंने संसद भवन की चौखट पर कदम रखते ही अपना शीश झुका दिया था। श्रद्धाभाव से नमन करते हुए मैंने इस लोकतंत्र के मंदिर में कदम रखा था। ये मेरे लिए खास पल था। कई भावनाएं इससे जुड़ी हुई है। मैंने कभी सोचा नहीं था रेलवे प्‍लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला बच्चा लोकतंत्र के इस मंदिर तक आएगा और पूरा देश उसे सम्मान देगा। इसके अलावा भी कई सारी बातें उन्होंने आज हुए संबोधन में कहीं।

जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार ने संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक बुलाया है। ऐसे में कई बैठक आयोजित की जाएगी। साथ ही बिल भी पेश किए जाएंगे। विपक्षी गठबंधन से भी कई पार्टियां इसमें भाग लेगी।

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