इंदौर : इंदौर में निगम चुनाव का शोर तो थम गया है बावजूद इसके कांग्रेस मतगणना को लेकर आशंकित दिख रही थी। लेकिन अब कांग्रेस का विरोध थम गया है। दरअसल, कांग्रेस की उस मांग को निर्वाचन आयोग ने मान लिया है, जिसे लेकर कांग्रेसी आज मतगणना स्थल पर धरना देने वाले थे। वहीं अब कांग्रेस का धरना निरस्त हो गया है।
बता दे कि इंदौर में कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला का सीधा मुकाबला बीजेपी के पुष्यमित्र भार्गव से है। वहीं 85 वार्डो में भी कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद प्रत्याशी आमने – सामने है। जहां 12 जुलाई को कलेक्टर कार्यालय में जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा स्टैंडिंग कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें निर्णय लिया गया था कि इस बार 19 महापौर प्रत्याशी और 85 वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के गणन अभिकर्ता बड़ी मात्रा में मौजूद रहेंगे। ऐसी स्थिति में मतगणना हाल में एजेंटों को बैठने में काफी दिक्कत होगी।
लिहाजा, अधिकारियों ने स्टेडियम केम्पस में डिसप्ले एवं मतगणना हाल में हर टेबल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। वहीं मतगणना हाल के अंदर और बाहर की ओर डिस्प्ले भी लगा दिए गए, लेकिन 15 जुलाई शुक्रवार को जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मतगणना स्थल का निरीक्षण करने के लिए बुलाई गई बैठक में अचानक जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा यह जानकारी दी गई कि निर्वाचन आयोग द्वारा सीसीटीवी कैमरे तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश जारी हुए हैं।
ऐसी स्थिति में अब ना तो सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, नहीं कैंपस में डिस्प्ले द्वारा प्रसारण किया जाएगा। ऐसे में मतगणना के दौरान गड़बड़ी की आशंका कांग्रेस द्वारा जताई गई और कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला और इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने विरोध जताया और कहा था कि यदि नेहरू स्टेडियम में ईवीएम मशीन का सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से प्रसारण करने और ए आर ओ की नियुक्ति करने तथा कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने की गाइडलाइन का पालन करने का काम यदि नहीं किया जाता है तो कांग्रेस मतगणना स्थल पर धरना देकर विरोध जताएगी।
इधर, बढ़ते विरोध के बाद आखिरकार राज्य निर्वाचन आयोग ने काउंटिंग के दौरान सीसीटीवी के जरिये डिसप्ले पर सीधे प्रसारण की अनुमति दे दी तो कांग्रेस ने भी अपना धरना निरस्त कर दिया। कांग्रेस के मुताबिक राज्य निर्वाचन कार्यालय के द्वारा ईवीएम मशीन का सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से सीधा प्रसारण किए जाने की अनुमति दे दी है ऐसे में विरोध के लिये पूर्व घोषित धरने को निरस्त कर दिया गया है। बता दे कि कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी को चार दिन पहले तक अपनी जीत सुनिश्चित लग रही थी। क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से उनकी जीत पर मुहर लग रही थी लेकिन ताजा रिपोर्ट्स ने जैसी ही करवट ली, वैसे ही मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला को मतगणना में गड़बड़ी की आशंका दिखाई देने लगी है।