मध्य प्रदेश के इतिहास में काले धब्बे के रूप में दर्ज व्यापमं घोटाला एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल, प्रदेश में फर्जीवाड़े का पर्याय बन चुके व्यापमं को लेकर शाजापुर कलेक्टर का बयान तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वे एक महिला इंजीनियर से कहते हैं कि व्यापमं से फर्जी नौकरी लगा है क्या? कोई काम क्यों नहीं आता?
रिपोर्ट्स के मुताबिक शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन शनिवार को शहर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने निकले थे। इस दौरान कई वार्डों में घटिया निर्माण कार्य देखकर वे भड़क गए। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को भला बुरा कहना शुरू कर दिया।
दिनेश जैन इस दौरान वहां मौजूद लोगों से कहते हैं कि अगर घटिया निर्माण करे तो उसे वहीं पर बैठाकर रखें। सही नहीं करे तो 10 जूते लगाओ। फिर इंजीनियर की ओर देखकर कहते हैं कि यही इलाज है तुम्हारा। तुम काम देखने आते हो, तुमको दिख नहीं रहा है कि कैसा निर्माण हो रहा है। फिर वे झल्लाकर कहते हैं कि इन लोगों ने पूरे शहर को बर्बाद कर दिया है।
कलेक्टर ने नगरपालिका की महिला इंजीनियर को भी फटकार लगाई और उससे सवाल किया व्यापमं से फर्जी नौकरी लगी है क्या, तुम्हें इंजीनियरिंग का ज्ञान भी नहीं है। बताया जा रहा है कि शहर में एक निर्माणाधीन मकान को देखकर कलेक्टर नाराज हो गए कहा इस निर्माण कार्य ने आधी सड़क रोक दी है। उन्होंने फिर गालियां बकते हुए उसे तोड़ने का आदेश दे डाला। मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा है कि मामा जी, व्यापमं को न जनता भूल रही है और न अधिकारी भूलने दे रहे हैं।