भोपाल: सीएम शिवराज सिंह चौहान के संसदीय बोर्ड से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल दौरे पर थे। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में शामिल होने आए गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश के टॉप लीडर्स के साथ वन टू वन मीटिंग की है। साथ ही उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान की खुलकर सरहाना की है। शिवराज की तारीफ को लेकर प्रदेश में सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इसके साथ ही सवाल यह भी है कि आखिर अमित शाह ने टॉप लीडर्स से वन टू वन मीटिंग क्यों की है।
शिवराज सिंह चौहान को हाल ही में बीजेपी संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया गया है। उनकी जगह पर एमपी से दलित नेता सत्यनारायण जटिया को जगह मिली है। इसके बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है। इन अटकलों के बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शिवराज सिंह चौहान की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि सिमी जैसे आतंकी संगठन को मध्यप्रदेश की धरती से शिवराज सिंह चौहान ने उखाड़ फेका है। नक्सलवाद, माफिया के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने में बिल्कुल भी कोताही नहीं बरती है। वहीं, लगातार दो डिजिट में कृषि के क्षेत्र में जीडीपी का होना चौहान के परिश्रम की पराकाष्ठा को दर्शाता है
केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने मध्यप्रदेश सरकार के कार्यों की तारीफ करते हुए कहा है कि नक्सलवाद को समाप्त किया है। कानून-व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन लाने का कार्य शिवराज सरकार ने किया है। एक जमाने में मालवा सिमी का गढ़ था। सिमी को समूल उखाड़ फेंकने का कार्य किया है।
टॉप लीडर्स से वन टू वन मीटिंग
वहीं, अपने भोपाल दौरे के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश बीजेपी के टॉप लीडर्स के साथ वन टू वन मीटिंग की है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ लगभग आधे घंटे तक उन्होंने मीटिंग की है। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की है। संगठन मंत्री हितानंद शर्मा से भी अलग से बात की है।
क्या हैं इस मीटिंग के मायने
दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान के संसदीय बोर्ड से बाहर होने के बाद प्रदेश में कई तरह की अटकलें चल रही हैं। साथ ही यह भी चर्चा है कि 2023 में बीजेपी किसी नए चेहरे पर दांव लगा सकती है। इस बीच सीएम ने जमकर गृह मंत्री की तारीफ की है। इसके साथ ही उन्होंने अभी बदलाव के अटकलों पर विराम लगा दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने सरकार और संगठन के कामकाज को लेकर फीडबैक लिया है। पहली बार अमित शाह भोपाल में 20 घंटे तक रुके हैं।
गौरतलब है कि एमपी में आने वाले दिनों संगठन में बदलाव की चर्चा जोरों पर है। इसके साथ ही निगम मंडलों में कुछ नियुक्तियां लटकी हैं, उसे लेकर भी चर्चाएं हुई हैं। निकाय चुनाव में हार के कारणों पर भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी नेताओं से चर्चा की है।