तैयारी 2024 की…चुपचाप चल रहीं बैठकें, राहुल गांधी के ये नए दोस्त कौन हैं?

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस किस दिशा में और कैसे आगे बढ़ेगी इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इशारा कर दिया है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सोमवार को सिविल सोसाइटी के नुमांइदों के साथ चर्चा की। राहुल गांधी की सिविल सोसाइटी के साथ बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा है। यह वही सिविल सोसाइटी है जिसने करप्शन के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया।

अन्ना हजारे की अगुवाई में एक मुहिम चली और उस आंदोलन से आम आदमी पार्टी निकली। इस मुहिम में योगेंद्र यादव भी जुड़े थे और इस बार राहुल गांधी के साथ उनकी मौजूदगी चर्चा का विषय बनी हुई है। योगेंद्र यादव ही नहीं लगभग 150 सिविल सोसाइटी संगठनों के नुमाइंदे राहुल गांधी के साथ बैठक में शामिल हुए। ऐसे वक्त में जब विपक्ष की ओर से कई नेता पीएम पद के लिए उम्मीदवार के तौर पर दावेदारी कर रहे हैं उस वक्त राहुल गांधी अलग राह पर चलते दिख रहे हैं।

राहुल गांधी के साथ 150 सिविल सोसाइटी संगठनों के जो नुमाइंदे शामिल हुए उसमें स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव, योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद, एकता परिषद के पीवी राजगोपाल, सफाई कर्मचारी आंदोलन के बेजवाड़ा विल्सन शामिल थे।

योगेंद्र यादव: स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव 2015 तक आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े थे और इसी साल अलग होकर उन्होंने स्वराज इंडिया नामक पार्टी की स्थापना कर ली। आम आदमी पार्टी को मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका मानी जाती है। उनकी पार्टी ने 2016 में एमसीडी का चुनाव लड़ा लेकिन प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उनकी पहचान चुनाव विश्लेषक के तौर पर है। राजनीति से गहरा नाता है और उनका विश्लेषण सटीक होता है।

बेजवाड़ा विल्सन: कर्नाटक के कोलार से आने वाले बेजवाड़ा विल्सन ने भारत में सिर पर मैला ढोने का काम खत्म कराने के लिए आंदोलन शुरू किया। विल्सन जब 20 साल के थे उस वक्त सफाई कर्मचारी कॉलोनी के बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। वो सफाई कर्मचारी आंदोलन के संयोजक हैं और एक अनुमान के मुताबिक वो 3 लाख से अधिक लोगों को मैला ढोने के काम से मुक्त कराया है। साल 2016 में उनको रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड भी मिला है।

सैयदा हमीद: योजना आयोग की पूर्व सदस्य हैं। महिला अधिकारों समेत दूसरे मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखती हैं। बिलकिस बानो केस में भी वह खुलकर अपनी राय सामने रख रही हैं।

पीवी राजगोपाल: पीवी राजगोपाल एकता परिषद के संस्थापक हैं। भूमि सुधार व किसानों के मुद्दों को वह अक्सर उठाते रहते हैं। एकता परिषद के संस्थापक व गांधीवादी राजगोपाल ने किसान आंदोलन के दौरान किसानों के समर्थन में उतरे। कृषि कानूनों के विरोध में उन्होंने यात्रा भी निकाली।

कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर से शुरू करने जा रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 1991 में हुई अपने पिता राजीव गांधी की हत्या के स्थान श्रीपेरंबदूर स्मारक पर सात सितंबर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कन्याकुमारी में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत करेंगे। राहुल गांधी का कहना है कि भारत की राजनीति का ध्रुवीकरण हो गया है।

राहुल गांधी ने कहा कि हम अपनी यात्रा में लोगों को बताएंगे कि कैसे एक तरफ आरएसएस की विचारधारा है और दूसरी तरफ हम लोगों की सबको साथ लेकर चलने की विचारधारा है…हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरु कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं, बल्कि जोड़ने की राजनीति चाहते हैं। यह पदयात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर निकलेगी। 3,500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए यह पदयात्रा लगभग 150 दिनों में संपन्न होगी। राहुल गांधी सहित पार्टी के नेतागण और कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे।

Leave a Reply