जयपुर: सचिन पायलट के लिए ‘गद्दार’ शब्द का इस्तेमाल करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब सचिन पायलट को ऐसेट मान लिया है। भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों को लेकर कांग्रेस वॉर रूम में हुई बैठक से पहले मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ‘जब राहुल गांधी ने कह दिया है कि हम दोनों ऐसेट हैं, तो ऐसेट हैं। अब कहने को क्या रह जाता है।’ उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ने कह दिया है तो अब इस पर डिस्कशन किस बात का। कांग्रेस के वॉर रूम हुई बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने की।
हाईकमान के डिसिप्लिन पर चलती है पार्टी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आजादी के पहले और बाद में हमारी पार्टी की सबसे बड़ी खूबी यह रही है कि जो नंबर वन नेता होता है, उसके डिसिप्लिन में पार्टी चलती है। उनके कहने के बाद में कोई गुंजाइश रहती नहीं है। राहुल गांधी ने कह दिया तो हम सब एसेट ही हैं। गहलोत ने कहा कि उसके मायने ये भी थे कि हम लोगों के साथ हर कार्यकर्ता एसेट हैं। अच्छी बात कही है। दोनों नेता एसेट हैं तो उनके फॉलोअर भी एसेट हैं। सब मिलकर यात्रा को भी कामयाब करेंगे। अगला चुनाव मुख्य मुद्दा है, वह हम जीतकर बताएंगे।
के सी वेणुगोपाल ने एकजुटता का संदेश दिलवाया
इधर भारत जोड़ो यात्रा को लेकर मीटिंग में कांग्रेस के महासचिव वेणुगोपाल ने फिर से दोनों नेताओं के हाथ मिलवाकर एकता का संदेश दिलवाया। वेणुगोपाल ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों नेताओं के हाथ खड़े करवाए और कहा कि यहीं राजस्थान कांग्रेस है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी के इंदौर में दिए गए बयान से काफी हद तक यह समझ आ गया कि आलाकमान गहलोत पायलट की बयानबाजी को तूल देने के बजाए दोनों नेताओं की फिर से सुलह करवाने की कोशिश करेगी। के सी वेणुगोपाल की ओर से गहलोत और पायलट का हाथ खड़े करवाकर एकजुटता का संदेश दिलवाना इसी बात की बानगी है।