उज्जैन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सुबह धर्मधानी उज्जैन पहुंची। सुबह के ठहराव के बाद राहुल महावीर तपोभूमि पहुंचे और जैन संत प्रज्ञा सागर से आशीर्वाद लिया। तपोभूमि में बने कीर्ति स्तंभ का उन्होंने लोकार्पण भी किया। इसके बाद वे ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर आए। यहां पहले भगवान को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया, फिर गर्भगृह में जाकर पूजन अभिषेक किया। बाद में आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर में आयोजित सभा में उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान तपस्वियों का देश है। आज इस देश में तपस्वियों का अपमान हो रहा है। किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी, युवा सब तपस्या कर रहे हैं, मगर उन्हें कुछ नहीं मिल रहा है। जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूजा करते हैं, उन्हें सब कुछ मिल रहा है।
सभा को संबोधित करते पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि महाकाल मंदिर के विकास के लिए मेरी सरकार ने 350 करोड़ रपये दिए थे। जब काम हुआ तो श्रेय लेने के लिए नरेन्द्र मोदी आ गए। कमल नाथ ने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताया।
राहुल ने संबोधन की शुरआत जय महाकाल के जयघोष के साथ की। उन्होंने कहा कि इस पवित्र नगरी में आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यह भगवान शिव की नगरी है। शिव, राम, कृष्ण ने यहां तपस्या की। हिंदू धर्म में तपस्वियों की पूजा होती है। मैं कोई बड़ी तपस्या नहीं कर रहा, मगर इस देश के किसान, मजदूर, युवा, छोटे व्यापारी आदि सभी बड़ी तपस्या कर रहे हैं, मगर उन्हें कुछ कुछ नहीं मिल रहा। किसानों को बीमा राशि नहीं मिल रही। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। नोटबंदी, जीएसटी ने व्यापारियों को परेशान किया है। देश में तीन, चार या पांच लोग ऐसे हैं, जो मोदी की पूजा करते हैं और उन्हें सबकुछ मिल जाता है। राहुल गांधी ने कहा कि यह कांग्रेस की नहीं, किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों, तपस्वियों की यात्रा है। कई लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे, मगर मुझे चिट्ठी लिखकर कहते हैं कि वे मेरे साथ में हैं।