नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपना 11 दिनों तक चला उपवास तोड़ते हुए स्वामी गोविंददेव के हाथ से जल ग्रहण किया। श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव के मौके पर कई चर्चित हस्तियां मौजूद रही। इस दौरान मूर्तिकार योगीराज ने उत्साह और आनंद से भरी उनकी भावना को व्यक्त करते हुए अपने आप को दुनिया का सबसे गौरवशाली और भाग्यशाली व्यक्ति बताया।
प्रतिमा बनाने वाले योगीराज की खुशी:
रामलला की प्रतिमा को बनाने वाले योगीराज ने उत्साह और आनंद से भरी उनकी भावना को व्यक्त किया और कहा, “मैं दुनिया का सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं।” उन्होंने यह भी जताया कि इस पूजा के बाद उनकी खुशी की कोई सीमा नहीं हैं।
पीएम मोदी का उपवास तोड़ना:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपना 11 दिनों तक चला उपवास तोड़ते हुए स्वामी गोविंददेव के हाथ से जल ग्रहण किया। इसके बाद मंच से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी का आभार जताते हुए संभोधन किया और आपसी एकता, भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर बातचीत की।
रामलला की प्रतिष्ठा का महत्व:
रामलला की प्रतिष्ठा का यह कार्यक्रम भारतीय समाज के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण मोमेंट है जो राष्ट्र को एकता और धर्म की भावना के साथ जोड़ता है। पूरे देश में इस मौके पर बड़े धूमधाम से उत्सव मनाया जा रहा है और लोग इस अद्वितीय पल को धन्यवाद और आनंद से देख रहे हैं।