नई दिल्ली : अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का देशवासियों को बेसब्री से इंतजार है। सभी उस क्षण को निहारने को आतुर हैं जब श्रीराम यहां विराजित होंगे। 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त मृगषिरा नक्षत्र में दोपहर 12:20 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा करने वाले हैं। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सहित कई खास मेहमान यहां पर मौजूद रहेंगे।
रविवार को अयोध्या में साकेत निलयम में संघ परिवार की एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें इस समारोह को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए कुछ अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। प्राण प्रतिष्ठा का एक कार्यक्रम चार चरणों में बांटा गया है और अंतिम चरण रामलाल के विराजित होने के बाद शुरू किया जाएगा। आज यानी 20 नवंबर से 14 कोसी परिक्रमा शुरू हो जाएगी जिसमें 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।
पहला चरण हुआ शुरू
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पहला चरण रविवार से शुरू कर दिया गया है और यह 20 दिसंबर तक चलने वाला है। इस दौरान कार्य योजना पर रूपरेखा तैयार करने के साथ ही आयोजन के कार्य बेहतर ढंग से संपन्न हो सके इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। कार्यक्रम को लेकर छोटी-छोटी संचालन समिति बनाई गई है और जनपद तथा खंड स्तर पर 10-10 लोगों की टोली व्यवस्था संभालेगी।
कारसेवक होंगे शामिल
जो टोली कार्यक्रमों की व्यवस्था संभालने का काम करने वाली है उसमें मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को भी शामिल किया जाने वाला है। यह टोलियां ढाई सौ से ज्यादा जगह पर बैठक और समारोह के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को कार्यक्रम में जुड़ने की अपील करेगी। दूसरा चरण 1 जनवरी से शुरू किया जाएगा जिसमें घर-घर संपर्क योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों को रामलला के विग्रह के चित्र के साथ एक पत्रक और पूजित अक्षत दिए जाएंगे।
तीसरे चरण में प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा तीसरे चरण का हिस्सा है और इस दिन न सिर्फ अयोध्या बल्कि पूरे देश में उत्सव का माहौल देखने को मिलेगा। लोगों के घरों तथा स्थानीय मंदिरों में अनुष्ठान और पूजन पाठ करवाई जाएगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद चौथे चरण में देशभर के श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने की योजना बनाई गई है। यह चरण 26 जनवरी से शुरू होकर 22 फरवरी तक चलने वाला है। चरण को लेकर तैयारियां का दौर लगातार जारी है।
14 कोसी परिक्रमा
20 नवंबर की देर रात से 14 कोसी परिक्रमा शुरू की जाएगी जो रात 2:09 पर शुरू होगी। यह परिक्रमा 42 किलोमीटर की है जिसके लिए सड़कों और चौराहों को दुरुस्त कर दिया गया है। परिक्रमा करने वाले लोगों को धूल से परेशान ना होना पड़े इसके लिए पानी का छिड़काव किया गया है। अस्थाई बस अड्डा बनाने के साथ बसों के फेर बढ़ा दिए गए हैं। मंदिर सजे हुए दिखाई दे रहे हैं। यह परिक्रमा 21 नवंबर की रात 11:38 पर समाप्त होगी और इसमें लाखों की संख्या में लोग शामिल होंगे।