रतलाम : जावरा में प्रशासन द्वारा 2016 से पहले बनाई गई कॉलोनियों को अवैध की श्रेणी में डालकर कॉलोनाइजर पर एफआईआर दर्ज किए जाने की तैयारी की जा रही है। वहीं 29 कॉलोनी ऐसी भी है जिनकी लिस्ट तैयार कर दूसरे चरण में उन्हें वैध करने की प्रक्रिया की जाएगी। कॉलोनी वैध होने के बाद ही वहां रह रहे रहवासियों को सभी तरह की सुविधा मिल सकेगी।
नगर पालिका और ग्राम पंचायत की सीमा के क्षेत्र में 70 अवैध कॉलोनियां थी। लेकिन साल भर पहले प्रशासन की ओर से 29 अन्य कॉलोनियों को भी चिन्हित किया गया है जिसके बाद यह संख्या 99 पर पहुंच गई है। पहले चरण में 44 कॉलोनियों की सूची कलेक्टर की ओर से जारी कर दी गई है जिन पर आपत्तियां भी प्राप्त हुई है। इन पर जांच पड़ताल करने के बाद रिपोर्ट कलेक्टर को भेजी जाएगी। के बाद कलेक्टर द्वारा एफआईआरका आदेश देकर कॉलोनी को वैध करने की अधिसूचना जारी की जाएगी। अधिसूचना जारी होने के बाद नगर पालिका की ओर से यहां पर विकास कार्य किया जाएगा और रहवासियों को सरकार से सभी सुविधाएं मिलेंगी।
इस मामले को लेकर एसडीएम का कहना है कि जिन कॉलोनाइजर की ओर से निर्माण कार्यों को पूरा कर कॉलोनी नगरपालिका को हैंडोवर नहीं की गई है। उन्हें अब मापदंड के अनुसार सारे निर्माण कार्य पूरे करने होंगे। इसमें पक्की सड़क से लेकर बगीचे के काम भी शामिल है। जिस कॉलोनाइजर में काम पूरा नहीं किया है उनसे एस्टीमेट बनाकर राशि वसूली जाएगी। अगर जरूरत पड़ी तो बंधक भूखंडों की नीलामी और कुर्की भी की जा सकती है।