नीमच नगर परिषद की बैठक में नहीं पहुंचे जिम्मेदार अधिकारी, मीटिंग हुई कैंसल, अटके प्रस्ताव…

नीमच : नीमच में जावद विधानसभा क्षेत्र के अठाना नगर परिषद की एक बैठक बुलाई गई थी। जिसमें नगर परिषद के 15 में से मात्र 1 पार्षद व अध्यक्ष बैठक में पहुंचे। करीब 15- 20 मिनट इंतजार के बाद भी सत्तापक्ष के 7 व 5 कांग्रेस, 1 आप पार्टी के पार्षद नहीं पहुंचे जबकि परिषद में भाजपा के 9 पार्षद हैं। कोरम पूरा नहीं होने से बैठक निरस्त हुई व प्रस्ताव भी पास नही हो सके। इसके बाद, अध्यक्ष व अन्य एक पार्षद भी बैठक से उठकर चले गए। सत्ताधारी पार्षदों व कांग्रेस पार्षदो ने अपनी नाराजगी जताते हुऐ कहा कि नगर परिषद में छोटे- छोटे कार्यों के लिए चक्कर लगाने पड़ते है। नगर मे मूलभूत सुविधा नहीं मिलने से वार्डवासी भी अच्छे खासे परेशान है। हमे कई बार हमारी जेब खर्च से कार्य कराने पड़ रहे है। वार्डवासियों ने हमे अपना समझकर वोट दिया व जीताया है और हमने अध्यक्ष को अपना समझकर हमे क्या पता था कि हमारे ही छोटे-छोटे कार्य नही होंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में वार्ड 4 से कमलीबाई धनगर, वार्ड 14 अध्यक्ष रिंका सचिन जैन ही पंहुची अन्य 13 वाडों से कोई भी पार्षद नही पंहुचा।

पार्षदों की अनुपस्थिति से नाराज

अध्यक्ष के खिलाफ हुए लामबंद- बैठक में सत्तापक्ष के पार्षदों की अनुपस्थिति को अध्यक्ष के विरुद्ध नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस पार्षद तो पहले से ही यह आरोप लगाते आ रहे हैं कि अध्यक्ष की कार्यशैली से नगर में विकास के कार्य ठप पड़े हुए हैं। अब सत्तापक्ष के लोगों ने विपक्ष के सुर में सुर मिलाना शुरू कर दिया है। बैठक से नदारद रहते हुए भाजपा के पार्षदों ने भी अपनी मंशा जता दी है। सत्तापक्ष के पार्षद खुलकर सामने भले नहीं आ रहे हों लेकिन उन्होंने दबी जुबान से कहना शुरु कर दिया है। सूत्र यह भी बता रहे है कि आज के विरोध को अध्यक्ष के खिलाफ आगामी दिनों में अविश्वास के रूप में देखा जाना चाहिए। आगामी बैठक में भी यदि कोरम पूरा नहीं होता तो बजट पारित करने की जिम्मेदारी प्रदेश शासन के पाले में चली जाएगी।

विकास कार्य पड़ सकते हैं ठप

नाराज पार्षदो का कहना है कि नगर परिषद अठाना के कई विकास कार्य ठप पड़े हैं। छोटे-छोटे कार्य भी नगर मे नही हो रहे है। नगर परिषद को प्राईवेट लिमिटेड बना रखा है, कुछ लोग अपनी मनमानी लगा रहे है व सीएमओ साहब भी इनके कहने में है, यह भी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला जाड़ रहे है। पार्षद कमोद कुंवर महेन्द्रसिंह सिसोदिया ने बताया कि पूर्व मे भी जो प्रस्ताव लिये गये है उन पर कार्य नही हुआ है। मैने खुद अपनी निज खर्च से अपने वार्ड 7 मे दो ट्राली चूरी डलवाई। पार्षद मोहन बड़ोला ने भी अपने वार्ड 10 मे स्ट्रीट लाईट के लिए कैबल डलवाई। सीएमओ साहब भी दबाव में आकर काम कर रहे है। नाराज पार्षदो ने यह भी आरोप लगाया है कि फर्जी तरीके से नियुक्तिया भी नगर परिषद मे कर रखी है वो भी बिना ठहराव प्रस्ताव के कर दी है। शासन के रूपयो का दुरूपयोग भी नगर परिषद अठाना में हो रहा है। पीआईसी का गठन भी अभी तक नही किया है। इससे नगर मे भविष्य में भी विकास कार्य ठप पड़ सकते है।

नपाध्यक्ष ने कही ये बातें

मेरे विरोध की कोई वजह नहीं है। कई पार्षदों ने अनुपस्थिति का कारण व्यक्तिगत व्यस्तता व अन्य कारण हो सकता है। कोरम के अभाव में बैठक स्थगित की गई है। पुनः बैठक बुलाई जायेगी। मेरी व्यक्तिगत किसी से कोई नाराजगी नही है अगर कोई पार्षद नाराज है तो मिले। नगर में विकास करवाना है सभी पार्षदों का सहयोग अपेक्षित है। रिंका – सचिन जैन, नपाध्यक्ष, नगर परिषद अठाना

सीएमओ ने कही जांच की बात

मुझे अठाना में आऐ कुछ ही दिन हुऐ है, आरोप जो लगाये जा रहे है वो गलत है। अगर कोई फर्जी कार्य पूर्व मे हुऐ है तो जांच करूंगा। पार्षदो की अनुपस्थिति को लेकर व कोरम के अभाव में बैठक स्थगित की गई है। – पीके सिंह, सीएमओ अठाना

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