शिवराज सरकार में हुआ चावल घोटाला जिसकी जांच को दस्तावेज में दबा दिया गया

मध्यप्रदेश में घटिया चावल बांटे जाने के लिए शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस पूरे मामले में बीजेपी ने घोटाला किया है, जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.

कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि 2016 में रतलाम और मंदसौर जिले में घटिया चावल बाटने की शिकायत हुई थी, लेकिन तत्कालीन शिवराज सरकार ने जांच करने की बजाय घोटालेबाजों को आशीर्वाद दिया.

2017 में मक्सी और उज्जैन जिले में खड़े चावल की सप्लाई की शिकायतें हुईं, लेकिन घोषणा के बाद भी जांच नहीं की गई. अप्रैल 2020 में भी शिवपुरी, भोपाल, सागर, भिंड में शिकायतें आईं, लेकिन ठंडे बस्ते में दबा दी गईं.

भूपेंद्र गुप्ता ने जारी किए दस्तावेज

भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि बीजेपी की सरकार उन्हें दबा नहीं पाएंगी, उन्होंने घोटाले से संबंधित जांच रिपोर्ट और दस्तावेज जारी करते हुए कहा है कि जो खाद्यान्न सप्लाई किया गया. वो तीन साल पुरानी बोरियों में पैक था. भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि यो पूरा घोटाला बीजेपी ने किया है. खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह बताएं कि क्या ऐसा अनाज कोई व्यक्ति खुली आंखें रखकर गरीबों के लिए खाने के लिए दे सकता है.

भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि एक पूरा का पूरा प्रशासनिक गिरोह है, जो इस घिनौने काम को अंजाम दे रहा है. सरकार इन काली करतूतों को छुपाने के लिए इंटेलिजेंस इनपुट की झूठी बातें कर रही है, कांग्रेस ने सरकार से इंटेलिजेंस इनपुट सार्वजनिक करने की मांग की है, ताकि झूठ का भी जनता के सामने फैसला हो सके.