मध्य प्रदेश के बड़े शहरों में मेयर के टिकटों को लेकर बीजेपी में घमासान मचा है। सभी कद्दावर नेता अपने-अपने चहेतों को टिकट दिलाना चाहते हैं। यही कारण है कि बीजेपी अपने प्रत्याशियों का नाम तय नहीं कर पाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्वालियर में सिंधिया-तोमर, इंदौर में कैलाश-सुमित्रा और जबलपुर में शिवराज-वीडी आमने सामने आ गए हैं।
दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में अपने समर्थक को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं। पार्टी के इंटरनल सर्वे में खुशबू गुप्ता का नाम है। लेकिन नरेंद्र सिंह तोमर पूर्व मंत्री माया सिंह की उम्मीदवारी पर अड़े हुए हैं। उधर सिंधिया ने प्रदेश नेतृत्व को साफ कह दिया है कि ग्वालियर में उनके दखल के बगैर उम्मीदवार खड़ा करना नुकसानदेह होगा। यानी जिसे सिंधिया कहें उसे उम्मीदवार बनाया जाए। दो केंद्रीय मंत्रियों की इस खींचतान के कारण ग्वालियर में प्रत्याशी का चयन नहीं हो पाया है।
सबसे दिलचस्प मुकाबला जबलपुर में देखने को मिल रहा है। यहां स्वयं सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा आमने-सामने हैं।
सीएम शिवराज आरएसएस के डॉ जीतेंद्र जामदार को टिकट दिलाना चाहते हैं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अभिलाष पांडे की दावेदारी को मजबूत बता रहे हैं। सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के इस पॉवर टसल में यहां किसी की उम्मीदवारी तय नहीं हो पाई है। हालांकि, राकेश सिंह और अजय विश्नोई का सपोर्ट बताकर श्रीराम शुक्ला और कमलेश अग्रवाल भी दावा जता रहे हैं।