जयपुर : राजस्थान में सियासी अटकलों को बीच सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल से मिले। दिल्ली में आज एआईसीसी मुख्यालय में बैठक हुई। इस बीच एक बार फिर यह सवाल उठने लगा है कि क्या पायलट का दिल्ली दौरा कोई रंग लाएगा? हालांकि बताया यह जा रहा है कि यह बैठक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आगे के चरणों को लेकर हुई है। लेकिन पायलट की खड़गे से मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। राजस्थान में पायलट कैंप लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहा है। ऐसे में पायलट की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। सियासी अटकलों को एक बार फिर हवा मिली है।

पायलट के दबाव के तौर पर देखा जा रहा है
एआईसीसी मुख्यालय दिल्ली में हुई बैठक में भारत जोड़ो यात्रा के प्रभारी दिग्विजय सिंह मौजूद थे। बता दें, दिसंबर में भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले ही पायलट समर्थक उन्हें प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपने का दबाव बना रहे हैं। हाल ही में पायलट समर्थक आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जयपुर में बयान दिया था। आचार्य प्रमोद ने कहा कि फैसला लिखा जा चुका है। सुनाया जाना बाकी है। आचार्य प्रमोद लंबे समय से सचिन पायलट को मुख्यममंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले भी पायलट के पक्ष में बयानबाजी कर चुके हैं।
पायलट कैंप के निशाने पर सीएम गहलोत
राजस्थान में 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के बाद से ही पायलट कैंप लगातर गहलोत कैंप के मंत्रियों और विधायकों पर निशाना साध रहा है। पायलट कैंप के माने जाने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा इशारों में सीएम गहलोत को निशाने पर ले रहे हैं। मंत्री गुढ़ा ने कहा कि सचिन पायलट को सीएम बनाने पर ही राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी।