भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल अब मेट्रो सिटी बन गई है। यहां पर पहली बार पटरियों पर मेट्रो रेल दौड़ गई। सुभाष नगर स्टेशन से रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरी झंडी (फ्लैग ऑफ) दिखाई। खुद मुख्यमंत्री सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन तक सवार होकर पहुंचे। मेट्रो ट्रेन की झलक देखने के लिए लोग बेताब दिखे हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के पूर्व पूजा-अर्चना की, इसके बाद वे प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। मुख्यमंत्री सभी जन प्रतिनिधियों के साथ ट्रेन में सवार हुए और यात्रा के दौरान मेट्रो परियोजना के अधिकारियों से तमाम बारीकियों की भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सभा के दौरान कहा कि मध्य प्रदेश बदल रहा है।
उन्होंने कहा कि तांगे से सफर की शुरुआत करने वाला भोपाल अब मेट्रो ट्रेन तक आ पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब ये परियोजना शुरू हुई तो लोग कहते थे कि ये नहीं हो सकता था, पर मेट्रो चलाना सरकार का संकल्प और सपना था। ये परिवहन के क्षेत्र में क्रांति है। मेट्रो का सफर सुगम, सुरक्षित, सस्ता, सुलभ और सुविधापूर्ण है। सीएम ने कहा कि एक ऐसा सफर जो भोपाल के विकास को नई दिशा और गति देगा।
मुख्यमंत्री ने मेट्रो परियोजना के सफर के संदर्भ में कहा कि परियोजना के दौरान कुछ चीजें असंभव सी थीं, लेकिन उन्हें सुनियोजित तरीके से संभव बनाया गया। भोपाल में मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन सफल हो गया है। इसे लेकर भोपाल के लोग भी काफी उत्साहित दिखे हैं। बड़ी संख्या में लोग मेट्रो ट्रेन का ट्रायल देखने आए थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ ही बीजेपी के अन्य नेता भी ट्रायल रन के दौरान मेट्रो में सवार हुए।
गौरतलब है कि सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन के बीच की दूरी चार किलोमीटर के करीब है। इतनी दूरी तय होने में 20 मिनट से अधिक का वक्त लगा है। ट्रायल रन के दौरान मेट्रो ट्रेन की स्पीड धीमी रही है। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर ट्रायल रन की शुरुआत की थी। संभावना है कि दोनों ही शहरों में जून 2024 तक मेट्रो ट्रेन की शुरुआत पब्लिक के लिए हो जाएगी।