ग्वालियर : ग्वालियर चंबल संभाग में शासकीय सेवक “संवाद मित्र” बनाये जायेंगे, इसके आदेश संभागीय आयुक्त दीपक सिंह के दिए हैं। संभागीय आयुक्त ने ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर अपने-अपने जिले के प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर एक – एक शासकीय सेवक को “संवाद मित्र” के रूप में चयनित करने के लिए कहा है।
प्रत्येक ब्लॉक पर एक शासकीय सेवक बनेगा “संवाद मित्र”
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने कहा कि वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी का युग है और लोगों के बीच जल्दी से जल्दी सूचनाएं पहुंचाना वर्तमान समय की मांग है। शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रचार-प्रसार जनसंपर्क विभाग कर रहा है। लेकिन इसके कार्य को और गति प्रदान करने के लिए ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी ब्लॉक स्तर पर एक शासकीय सेवक को “संवाद मित्र” के रूप में नियुक्त किया जायेगा।
“संवाद मित्र” अपने ब्लॉक की सूचनाएं जनसंपर्क कार्यालय को भेजेंगे
उन्होंने कहा कि ये “संवाद मित्र” प्रतिदिन अपने ब्लॉक में होने वाली गतिविधियों और शासकीय योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी मय फोटोग्राफ के ईमेल एवं वॉट्सएप के माध्यम से जनसंपर्क कार्यालय के अधिकारियों को भेजेंगे। जिसके आधार पर समाचारों के प्रकाशन हेतु विभिन्न इलेक्ट्रोनिक एवं प्रिंट मीडिया के साथियों को उपलब्ध कराया जायेगा। जनसंपर्क विभाग ग्वालियर के प्रस्ताव पर संभाग आयुक्त द्वारा यह नवाचार की पहल की गई है।
संवाद मित्रों को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा
नियुक्त किए गए संवाद मित्रों को विधिवत प्रशिक्षण भी दिलाया जायेगा। इनके माध्यम से शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर हितग्राहियों के जीवन में जो परिवर्तन आए हैं उन पर सफलता की कहानियाँ भी प्रकाशित की जा सकेंगी। इसके साथ ही सूचनाओं के आदान-प्रदान में भी गति प्राप्त होगी। “संवाद मित्र” जनसंपर्क विभाग की ईमेल आईडी एवं विभागीय अधिकारियों के वॉट्सएप नम्बर पर भी सूचनायें भेज सकेंगे, जिसका उपयोग समाचार के रूप में तैयार कर समाचार पत्रों को उपलब्ध कराया जायेगा।
संभाग आयुक्त ने कलेक्टर्स को दिए ये निर्देश
संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि “संवाद मित्रों” के नियुक्त हो जाने से जिले में शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार को बल मिलेगा और ब्लॉक स्तर की गतिविधियां भी आम जनों तक पहुँच सकेंगी। जनसंपर्क विभाग के इस नवाचार पर सभी कलेक्टर अपने-अपने ब्लॉक में “संवाद मित्र” नियुक्त कर इस कार्यालय को भी सूचित करें ताकि उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा सके और उनको सौंपे गए दायित्वों से शासन की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके।