भोपाल : मध्य प्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की सक्रियता को देख कई कयास लगाए जा रहें हैं। सियासी गलियारों में ऐसा माना जाता है कि सिंधिया ऐसे नेता है जो शिवराज सिंह चौहान की जगह ले सकते हैं। लेकिन सिंधिया से लेकर उनके समर्थक बार-बार यह कह रहे हैं कि अगले चुनाव तो शिवराज के नेतृत्व में ही लड़े जाएंगे। इसी बीच सिंधिया समर्थक और मंत्री सुरेश धाकड़ का भी एक बयान सामने आया है।
दरअसल लगातार ये बात सामने आती है कि सिंधिया या उनके समर्थक ऐसी बात कर चुकें हैं। इससे पहले ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में जीत का परचम लहराएंगे। और ये एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार है जब सिंधिया समेत उनके मंत्री सफाई दे रहे हैं।
बता दें कि प्रदेश में भाजपा की बैठकों का दौर तेज हो गया है। बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मौजूद मंत्रियों को डिनर पर बुलाया और लंबी चर्चा की। इस दौरान बैठक में शामिल होने पहुंचे राज्यमंत्री सुरेश धाकड़ ने कहा कि अगला चुनाव सीएम शिवराज के नेतृत्व में ही लड़ेंगे।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री निवास पर मंत्री सुरेश धाकड़ से मंत्रियों के कामकाज को लेकर सवाल किया गया था। इस पर धाकड़ ने कहा कि हम एक परिवार के लोग हैं। सप्ताह में एक बार बैठक करते रहते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के साथ डिनर के बाद लंबी चर्चा की। मंत्रियों के साथ बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री मंत्रियों के काम की समीक्षा करेंगे।
शिवराज सिंह चौहान लंबे समय से प्रदेश के मुख्यमंत्री है। हालांकि 2018 में भाजपा सत्ता में आने से चूक गई थी। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद दोबारा सत्ता में आ गई। इसके बाद से प्रदेश में चेहरे को लेकर अटकलें लगने लगी।