कांग्रेस सरकार को गिराने व भाजपा में शामिल होने के एवज में राज्यसभा सांसद व केंद्र में मंत्री बनाये गए ज्योतिरादित्य सिंधिया की चमक और धमक दोनों ही लगभग खत्म हो चुकी है। कांग्रेस की चुनी सरकार गिराने की वजह से जनता सिंधिया से खफा नज़र आ रही है। आज ये आलम है कि गुना संसदीय क्षेत्र का कांग्रेस पार्टी से प्रतिनिधित्व कर चुके भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रमों में जनता आने को तैयार नही हो रही है। सिंधिया की छवि बरकार रखने के लिए उनके समर्थक विधायकों की वैशाखी पर चल रही शिवराज सरकार ने सिंधिया के कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने के लिए अलग अलग विभागों के माध्यम से कर्मचारियों को खुले आम निर्देश दिए हैं।
अभी कल ही 19 मई की बात है जब केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना जिले के दौरे पर थे और उन्हें गुना जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर बमोरी विधानसभा क्षेत्र के ऊमरी ग्राम में कमलनाथ सरकार के समय बने गुना-ऊमरी-पाटई सड़क मार्ग के उद्घाटन कार्यक्रम में जाना था उस कार्यक्रम के एक दिन पहले आंगनवाड़ी परियोजना की सेक्टर सुपरवाइजर गिरजा जाटव ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऑडियो संदेश डाला और कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें ऊमरी में होने वाले सिंधिया के कार्यक्रम में सिविल ड्रेस में हर हाल में पहुंचना है। सुपरवाइजर ने लगभग धमकी भरे अंदाज़ में ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रम में पहुंचने के आवश्यक निर्देश दिए।
अमूमन समूचे मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों के यही हाल हैं कि उनके द्वारा किये जा रहे सरकारी कार्यक्रमों में जनता खुद से शामिल नही हो रही है। जहां तक तय है कि गुना के ऊमरी मामले में प्रशासन ने ही आंगनवाड़ी सुपरवाइजर को कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करने के निर्देश दिए होंगे लेकिन अब देखना होगा कि ऑडियो वायरल होने के बाद दिखावे के लिए गाज किस पर गिरती है।