मुंबई : महाराष्ट्र में फिलहाल महानगरपालिका चुनाव की तैयारियां शुरू हैं। बीएमसी समेत राज्य में कई महानगरपालिका के चुनाव आने वाले दिनों में होने हैं। इसी बीच एक बड़ी खबर आई है। दरअसल इंडिया टुडे और सी वोटर (मूड ऑफ नेशन) द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक महाराष्ट्र समेत पूरे देश में एनडीए को झटका लग सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक इसका सीधा असर महाराष्ट्र में शिंदे-बीजेपी गठबंधन को भी होगा। सर्वे की माने तो इस गठबंधन को आगामी लोकसभा चुनाव में नुकसान होने की बात कही गई है। राज्य में फिलहाल एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार है। वहीं शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस पार्टी ने मिलकर महाविकास अघाड़ी का निर्माण किया है। यदि आज राज्य में लोकसभा चुनाव हुए तो यूपीए यानी महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन को 34 जगहों पर जीत मिलने की बात इस सर्वे में कही गई है। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में यूपीए को महाराष्ट्र के 5 सीटें मिली थी।

कुछ महीने पहले राज्य में सत्ता संघर्ष के दौरान एकनाथ शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ शिवसेना से अलग हो गए थे। तब उनके साथ और 12 सांसद भी पार्टी छोड़कर चले गए थे। शिंदे-फडणवीस में सरकार के सत्ता में आने के बाद बीजेपी और भी सक्रिय और आक्रमक हुई है।
सर्वे में यूपीए को 48 में से 34 जगह मिलने की बात
बीजेपी ने राज्य में मिशन 45 की घोषणा दी थी लेकिन मूड ऑफ नेशन के सर्वे में यूपीए को 48 में से 34 जगह मिलने की बात कही है। इसका मतलब साफ है कि एनडीए को आगामी लोकसभा चुनाव में 45 नहीं बल्कि सिर्फ 14 सीटें मिलेंगी। इस सर्वे की वजह से शिंदे सरकार और बीजेपी की टेंशन बढ़ी हुई है। इस सर्वे में कुल एक लाख 40 हजार 917 लोगों ने हिस्सा लिया था। यह सर्वे इस बात के लिए किया गया था कि यदि देश में आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो किसकी सरकार आएगी। सर्वे के दौरान मोदी सरकार के संबंध में भी सवाल पूछे गए थे। सर्वे में देश में फिर से बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार बनेगी। मोदी सरकार बीते 9 सालों से सत्ता पर काबिज है और 67% लोगों ने उनके काम को सही बताया है।
पिछले चुनाव में किसको कितनी सीटें मिलीं थी
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि उनके साथ चुनाव लड़ी शिवसेना को 18 सीटों पर विजय मिली थी। इस तरह से एनडीए को कुल 41 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि, मूड ऑफ नेशन के सर्वे के अनुसार इस बार एनडीए 41 से सीधे 14 जगहों पर आ जाएगी। 2019 में एनसीपी को चार और कांग्रेस को एक सीट जगह मिली थी। यह आंकड़ा इस बार 34 के ऊपर भी तक जा सकता है। क्योंकि इस बार कांग्रेस-एनसीपी के साथ शिवसेना भी है।