भोपाल। कांग्रेस नेता शशि थरूर शुक्रवार को भोपाल पहुंचे, शशि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के प्रत्याशी है, वह पार्टी के भीतर अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न प्रदेशों का दौरा कर रहे हैं। इसी सिलसिले में भोपाल पहुंचे। भोपाल एयरपोर्ट पर उनका कांग्रेसी नेताओं ने स्वागत किया जिसके बाद वह विमानतल से वह सीधे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पहुंचे, जहां उनकी प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ सहित वरिष्ठ नेताओं और प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों से चर्चा जारी हैं।
शशि थरूर ने प्रतिनिधि बैठक में कहा कि, मैं आभारी हूं आपका समय मिला, पहला पीसीसी है जो हेड क्वाटर के निर्देश का पालन कर रहा है, आपने दोनो प्रत्याशियों को बराबर रूप से सम्मान दिया है, सोनिया गांधी को बधाई जिन्होंने अध्यक्ष चुनने का मौका कार्यकर्ताओ को दिया, मूल्य और सिद्धान्त पर हम लोग चल रहे है, पार्टी को अंदर से मजबूत बनाना है, वही कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष उम्मीदवार शशि थरूर के बगावती तेवर भी सामने आए उन्होंने कहा कि हम लगातार चुनाव हार रहे है, कार्यकर्ताओ को महसूस नही होता कि मैं भी पार्टी का भागीदार हूँ, केंद्रीय नेतृत्व से मिलना आसान नही है, ऐसा अध्यक्ष हो कम से कम सप्ताह में दो बार तो मिले, पीसीसी डेलीगेट्स को कभी कुछ करने का मौका नही मिला, 22 साल के बाद पीसीसी डेलीगेट्स को वोट डालने का मौका मिला है, पार्टी के अंदर नई ऊर्जा लाने के लिए यह कवायत है, इस मौके पर शशि थरूर ने गांधी परिवार की जमकर तारीफ की, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सोनिया गांधी प्रियंका गांधी चुनाव प्रक्रिया से खुश है, साधारण कार्यकर्ता जो डेलीगेट्स है उनके फोन मेरे पास आ रहे है समर्थन दे रहे है, ये गुप्त मतदान है इसमे किसी को कोई जानकारी नही होगी कि कौन किस को वोट दे रहा है, थरूर ने कहा कि गांधी परिवार निष्पक्ष है, जो मतपत्र दिया जाएगा उसका रंग एक जैसा है। जब आप मतदान करने के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आएंगे तो मतदाता सूची में आपका नाम देखा जाएगा और जो मतपत्र दिया जाएगा, वह पूरे देश में एक जैसा है। चाहे मेरी जीत हो या फिर मल्लिकार्जुन खड़गे की, अंततः यह कांग्रेस की जीत होगी।
शशि थरूर ने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तीनों से बात हुई। उन्होंने कहा कि हम चुनाव की प्रक्रिया से खुश हैं और हम चाहते हैं कि चुनाव हों और कार्यकर्ता अध्यक्ष चुनें। गुप्त मतदान है इसमें किसी को यह जानकारी नहीं होगी कि कौन किसे वोट दे रहा है। गांधी परिवार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हम निष्पक्ष हैं।