भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शिवराज कैबिनेट बैठक बुलाई गई है, इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।रक्षाबंधन से पहले होने वाली इस कैबिनेट बैठक को अहम माना जा रहा है। सीएम प्रदेश को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते है।
इसके साथ ही आज बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शिक्षक की भूमिका में नजर आएंगे।मुख्यमंत्री भोपाल के मॉडल स्कूल में आज बच्चों की क्लास लेंगे और बच्चों को रोचक ढंग से तिरंगे की कहानी सुनाएंगे ।स्कूली बच्चों को तिरंगा के नियम और इतिहास बताएंगे। इतना ही नहीं हर घर तिरंगा फहराने के उद्देश्य भी बताएंगे। राष्ट्रीय ध्वज की विकास गाथा, महत्व और तिरंगा फहराने के प्रोटोकॉल की भी क्लास लेंगे।
इन प्रस्तावों पर होगी चर्चा
- सहकारिता नीति 2022 पर होगी चर्चा
- स्वास्थ्य सेवा, फ़ूड प्रोसेसिंग, खनिज, इवेंट मैनेजमेंट, पशु आहार, सेवा क्षेत्र, ग्रामीण परिवहन के कई क्षेत्रों में महासंघ समूह के गठन का प्रस्ताव।
- सीएम बाल आशीर्वाद योजना, सीएम नारी सम्मान कोष उद्यम शक्ति योजना का प्रस्ताव।
- हाईकोर्ट जबलपुर, खंडपीठ ग्वालियर, इंदौर में कर्मचारियों के ज्यादा भुगतान कीे वसूली को लेकर हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं पर लिया जाएगा फैसला।
- सहकारी बैंकों के जरिए किसानों को जीरो प्रतिशत ब्याज पर कम अवधि फसल लोन योजना रहेगी जारी।
- असंगठित शहरी, ग्रामीण कर्मकार कल्याण मंडल में नई प्रशासनिक व्यवस्था, पेंच सिंचाई परियोजना पुनरीक्षित को मिलेगी स्वीकृति।
अनाथ बच्चों के लिए लागू होगी ये योजना
- मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना लागू की जाएगी।इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने योजना का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे आज कैबिनेट में रखा जाएगा।
- इसके तहत शिवराज सरकार अनाथ बच्चों को 2000 रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएगी।प्रदेश के स्थानीय निवासी परिवार के 18 वर्ष से कम आयु के अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता प्रतिमाह दी जाएगी। यह राशि बच्चे एवं उसके रिश्तेदार या संरक्षक के संयुक्त खाते में जमा होगी।
- योजना में शामिल होने वाले सभी बच्चों का आयुष्मान कार्ड बनवाया जाएगा।वही किशोर न्यायालय अधिनियम के अंतर्गत संचालित बाल देख-रेख संस्थाओं (बालगृह) को छोड़ने वाले 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को भी आर्थिक सहायता दी जाएगी। इन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
- जिला कार्यक्रम अधिकारी या जिला बाल संरक्षण अधिकारी, ऐसे परिवारों की पहचान करेंगे और फिर बाल कल्याण समिति द्वारा इन्हें जरूरतमंद बालक घोषित किया जाएगा।
- इसके लिए बाल आशीर्वाद पोर्टल पर आवेदन होगा और योग्यता के आधार पर औद्योगिक संस्थान, प्रतिष्ठान या संस्थाओं में प्रशिक्षण दिलाकर उसी संस्था में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।