एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान की संपत्ति बीते 14 वर्षों में 13 गुना बढ़ गई है। जहां 14 वर्ष पहले शिवराज सिंह चौहान की संपत्ति 58 लाख थी वहीं अब ये बढ़कर 7 करोड़ 66 लाख के पार हो गई है।
किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने मुख्यमंत्री शिवराज को भूखा नंगा कहके उनके लिए अमर्यादित टिप्पणी की थी। इसके बाद शिवराज ने पलटवार करते हुए कहा कि हां मैं भूखा नंगा हूं, गरीब हूँ। कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्गविजय सिंह ने कहा कि, मामा उर्फ़ मामू आपका ऐसा कौन सा व्यवसाय है जिसके द्वारा आपने अपनी संपत्ति 13 गुना बड़ा ली?
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, जहां साल 2018 विधानसभा चुनाव के समय सीहोर जिले के बुधनी से अपना नामांकन के समय दिए हलफनामे में शिवराज सिंह चौहान के पास कुल 7 करोड़ 66 लाख 82 हजार 140 रुपये हैं। वहीं 2013 के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान के पास 6 करोड़ 27 लाख 54 हजार 114 रुपए की संपत्ति थी। जबकि साल 2008 के विधानसभा चुनाव के दौरान दिए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 1 करोड़ 23 लाख 31 हजार 600 रुपये बताई थी।
अगर बात करें 14 साल पहले कि जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री नहीं बल्कि विदिशा से सांसद थे। उस वक्त उनके नाम सिर्फ 58 लाख की संपत्ति थी। 2004 लोकसभा चुनाव में दायर हलफनामे के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी के पास कुल नकद और चल-अचल संपत्ति 58 लाख 14 हजार 600 थी।
यानी 14 साल में शिवराज सिंह चौहान की संपत्ति 13 गुना तक बढ़ गई, मुख्यमंत्री बनने से पहले वो लखपति थे फिर वो करोड़पति हो गए, लेकिन अब तक उनके ऊपर से गरीबी का तमगा नहीं हटा। यह रिपोर्ट एडीआर में बताई गई संपत्ति के मुताबिक है। हालांकि इसमें शिवराज की पत्नी साधना सिंह की संपत्ति की कोई जानकारी नहीं है।