ग्वालियर : विधानसभा चुनाव की तैयारी में संगठन को मजबूत कर रही भाजपा को ग्वालियर में झटका लगा है, यहाँ पार्टी के 30 साल पुराने नेता पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अब भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सोच वाली भाजपा नहीं है, यहाँ कार्यकर्ता की सुनने वाला कोई नहीं है, विधानसभा चुनाव में कर्नाटक से भी बुरी स्थिति होगी, असली और पुराना कार्यकर्ता कह रहा है कि इस बार सरकार नहीं आनी चाहिए तभी कार्यकर्ता की कद्र होगी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस कोई चुनौती नहीं है भाजपा को भाजपा ही हराएगी। सुबोध दुबे के साथ किसान मोर्चे के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतेन्द्र सिंह गुर्जर ने भी पार्टी छोड़ दी।
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव पहले नेताओं का दल-बदल और पार्टी छोड़ने का दौर जारी है, चुनावी साल में मध्य प्रदेश में भाजपा को पूर्व मंत्री दीपक जोशी के पार्टी छोड़ने से एक बड़ा झटका लग चुका है, उन्होंने पार्टी छोड़ने के बाद संगठन पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। इसी कड़ी में ग्वालियर के पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे और किसान मोर्चे के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतेंद्र सिंह गुर्जर ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
प्रेस कांफ्रेस कर मीडिया के सामने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा करने वाले सुबोध दुबे के कहा कि आज दुखी मन से पार्टी छोड़ रहा हूँ, इसका कारण गुटों में बंटी भाजपा और आज के दौर के नेता हैं जिन्हें कार्यकर्ता की कद्र नहीं है, भाजपा में अब कार्यकर्ता उपभोग की वस्तु है, जरुरत पड़ने पर बात करते हैं नहीं तो कोई सुनने वाला नहीं हैं।
ग्वालियर चम्बल संभाग में कई पदों पर रह चुके सुबोध दुबे के कहा कि मैंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रेरणा से 1990 में भाजपा की सदस्यता ली थी तब से पार्टी की सेवा की है लेकिन अब यहाँ पुराने कार्यकर्ताओं की जरुरत नेताओं को नहीं है। मैंने अपनी पीड़ा कई बार बताने की कोशिश की, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित संगठन के अन्य वरिष्ठ नेताओं को पत्र भेजकर अनुरोध किया लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे एक झूठे केस में फंसाकर घर बैठा दिया, ऐसे कई और नेता हैं जिन्हें षड्यंत्रपूर्वक घर बैठा दिया गया है।
पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी ने कहा मैंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को भेज दिया है, पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुबोध दुबे के कहा कि कांग्रेस में तो एक दो गुट ही हैं लेकिन भाजपा में कई गुट हो गए हैं जिसके चलते चुनावों में बहुत परेशानी होगी, उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में भाजपा के लिए कांग्रेस चुनौती नहीं है क्योंकि भाजपा ही भाजपा को हराएगी, कार्यकर्ता कह रहा है कि इस बार सरकार नहीं आनी चाहिए तभी कार्यकर्ता की कद्र होगी। उन्होंने दावा किया कि मप्र में कर्नाटक से भी बुरी स्थिति भाजपा की होगी।
बहरहाल सुबोध दुबे के आरोपों में कितना दम है ये तो पार्टी के लोग ही जानते होंगे लेकिन इन आरोपों को नजर अंदाज भी करना पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा क्योंकि पुराने कार्यकर्ताओं में नाराजी तो है, और ये नाराजगी समय समय पर बाहर आती भी है, टिकट वितरण में ये खुलकर सामने आएगी क्योंकि कांग्रेस से एक बहुत बड़ी टीम ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आ चुकी है, अब जिसको टिकट नहीं मिलेगा वही बगावत करेगा, पार्टी को अभी से इसके लिए रणनीति बनाकर काम करना होगा ।