उज्जैन : उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में अभी नौ दिवसीय शिव नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। वहीं महाशिवरात्रि को लेकर भी काफी ज्यादा धूम देखने को मिल रही हैं। इस दिन बाबा महाकाल की बारात निकाली जाती हैं जिसमें लाखों भक्त शामिल होते हैं। उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का काफी ज्यादा उत्साह देखने को मिलता हैं।
इस बार यहां सिंहस्थ जैसा माहौल लोगों को देखने को मिलेगा। कहा जा रहा हैं कि भक्तों को चार गेट से 12 कतारों में प्रवेश दिया जाएगा। घंटों लाइन में लगने के बाद बाबा के दर्शन करने का मौका मिलेगा। इसको लेकर पूरे इंतजाम अभी से कर लिए गए हैं क्योंकि 18 फरवरी के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा।
खास बात ये हैं की इस बार इंदौर व बड़नगर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को रास्ता बताने के लिए सभी जगह साइनेज लगाए जा रहे हैं। बेहतर इंतजामों से भक्तों को ज्यादा देर लाइन में नहीं खड़े होने देने के लिए प्रशासन पूरे इंतजाम कर रहे हैं। इतना ही नहीं दर्शन व्यवस्था की रिहर्सल भी की जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए किए जा रहे व्यापक इंतजाम –
भीड़ ज्यादा न हो इसलिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। शहर में 14 जगह पार्किंग की व्यवस्था की जा रही हैं जहां दूर-दूर से आने वाले सभी भक्तों को बिना परेशानियों के गाड़ी पार्क करने को मिल जाएगी। साथ ही बस और दूसरे वाहनों से आने वाले भक्तों के लिए अलग से व्यवस्था की जा रही हैं। इसकी जानकारी मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी द्वारा दी गई है।
इसके अलावा ये भी बताया गया है कि भक्तों को निशुल्क बसों का भी लाभ लेने का मौका महाशिवरात्रि पर मिल जाएगा। क्योनी इसके लिए प्रशासन 100 निशुल्क बसें चला रही हैं। इसमें श्रद्धालु आ जा सकेंगे। इसके अलावा मंदिर जाने से पहले ही चप्पल जूते रखने के लिए स्टैंड भी बनाए जा रहे हैं। जहां सभी भक्त अपने चप्पल जूते रख सकेंगे।
चारधाम, त्रिवेणी संग्रहालय, महाकाल महालोक होते हुए दर्शनार्थी मानसरोवर गेट से बाबा के दर्शन करने के लिए प्रवेश दिया जाएगा। करीब तीन किलोमीटर का रास्ता भक्तों को तय करना पड़ेगा। तीन लाइन इसके लिए बनाई जाएगी। धुप से भक्तों को परेशानी ना हो उसके लिए पूरे मार्ग में शामियाने लगाई जाएगी। कारपेट भी बिछाया जाएगा।